सफाई कर्मी भर्ती विवादों में नगर परिषद कार्यालय में सफाई कर्मियों ने कचरा डालकर किया प्रदर्शन।
भीलवाड़ा -भीलवाड़ा नगर निगम क्षेत्र में स्वच्छता को लेकर सफाई कर्मियों की भर्ती की जा रही है जहां राजस्थान के अन्य निकायों की तुलना में यहा भर्ती प्रक्रिया के नियमों में कुछ खामियां पाई गई जिसको लेकर आज सफाई कर्मियों ने आंदोलन उग्र कर दिया ओर नगर निगम परिसर में ही शहर का कचरा लाकर डाल दिया जिसके बाद नगर निगम के महापौर ने भी सफाई कर्मियों का पक्ष लेते हुए कहा कि मै जल्द इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता कर नियमों में संशोधन करवाएंगे।
जहां नगर निगम में आंदोलन कर रहे सफाई कर्मी ने कहा की आज से हमारा आंदोलन उग्र हुआ है हम पेट के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं आज से नगर निगम कोई भी काम नहीं होगा इसके लिए हमने निगम के स्टाफ को भी कमरों से बाहर निकालते हुए कचरा नगर परिषद में भी डाला है और शहर के चौराहे पर भी कचरा नही उठाने दिया है। हमारी मांग है कि हमे अनुभव तो दे दिया लेकिन वह पोर्टल पर अपलोड नहीं हो रहा है । जहां सफाई कर्मियों ने राजस्थान सरकार पर कुठाराघात का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी की वाल्मीकि समाज हाथ पर- हाथ धर कर बैठा नहीं रहेगा। हम हमारे पेट की लड़ाई लड़ने को तैयार है।
बाइट- रामदेव
जिला अध्यक्ष, सफाई मित्र कांग्रेस
वहीं भीलवाड़ा नगर निगम के महापोर राकेश पाठक ने कहा कि हमारे संवेदनशील मुख्यमंत्री ने प्रथम वर्ष का्रयकाल में एक लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा था उसमें 30 हजार वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों को प्राथमिकता दी थी। जहां प्रदेश में कुछ नौकर शाह के द्वारा गलत तरीके से मुख्यमंत्री को अवगत करवाने के कारण सफाई भर्ती के नियमों में कुछ प्रकार की कमी रह गई। एक तरफ नियमो में पीएफ, बैंक स्टेटमेंट जरूरी होना बताया गया वहीं दूसरी ओर उदयपुर में स्वयं विवेक से ठेकेदार के अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर भर्ती की जा रही है । उदयपुर से हमारे यहां अलग नियम बनाए हैं इसलिए यहां सफाई कर्मियों के साथ अन्याय हुआ है इसके लिए मैंने प्रशासन से बात की है जल्द मुख्यमंत्री से भी बात की जायेगी। हमारी इच्छा है कि सफाई कर्मियों में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देते हुए भर्ती को पूरी की जाए ।
बाईट-राकेश पाठक
महापौर भीलवाड़ा नगर निगम भीलवाड़ा
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