बिजयनगर क्षेत्र के आमजन के जहन में एक ही सवाल ? क्या सीआई करण सिंह द्वारा बजरी व भुमाफिया के कार्रवाई की कीमत लाइन हाजिर होकर चुकानी पड़ी।



अजमेर - हाल ही में ब्यावर जिले के बिजयनगर के तत्कालीन थाना प्रभारी करण सिंह को ब्यावर जिला पुलिस अधीक्षक में लाइन हाजिर कर दिया उसके बाद थाना क्षेत्र के हर आमजन की जहन में एक ही सवाल की कानून व्यवस्था के साथ ही बिजयनगर के तत्कालीन थाना प्रभारी करण सिंह द्वारा बजरी व भूमाफिया पर सख्त कार्रवाई की कीमत लाइन हाजिर होकर चुकानी पड़ी है।

बिजयनगर के तत्कालीन थाना प्रभारी करण सिंह ने जब से बिजयनगर थाना प्रभारी का पदभार ग्रहण किया उसके बाद से क्षेत्र में कानून व्यवस्था कायम कर रखी है वही पुलिस के इकबाल को बुलन्द रखने के साथ ही पुलिस के स्लोगन  "आमजन में विश्वास व अपराधियों मे भय"  को कायम कर रखा है वहीं बिजयनगर क्षेत्र से गुजरने वाली खारी नदी में भी लगातार दबिश देकर बजरी से भरे ट्रैक्टरो व जेसीबी को जप्त किये है जिससे सरकार को एक करोड़ से भी ज्यादा रूपयो का राजस्व मिला था वही बिजयनगर क्षेत्र में पनप रहे भू माफियाओं पर भी लगाम लगाने के लिए कार्रवाई की थी।

बिजयनगर थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी द्वारा लगातार बजरी व भू माफियाओं पर कार्रवाई करने के कारण बजरी व भू माफियाओ ने सीआई को टारगेट कर रखा था कि जब भी मौका मिले तो सीआई के खिलाफ आवाज बुलंद करनी है ऐसे में जब थाना क्षेत्र के बहादुरपुरा गांव में एक युवक की मौत हुई उस मामले ने सियासत का रूप ले लिया और सैकड़ो की संख्या में लोग बहादुरपुरा गांव में एकत्रित होकर सीआई को लाईन हाजिर करने की मांग की थी जहां जिला पुलिस अधीक्षक ने सीआई को लाइन हाजिर कर दिया था लेकिन अब थाना क्षेत्र के में रहने वाले सर्व समाज के लोग दबी जुबान से कह रहे हैं कि आखिर बजरी व भू माफिया की पर कार्रवाई की कीमत सीआई को लाइन हाजिर होकर चुकानी पड़ी है ऐसे में क्या कानून व्यवस्था पर अंकुश लग पाएगा या नहीं।

बहादुरपुरा गांव में युवक की मौत के मामले में सियासत हुई । युवक की हत्या हुई या आत्महत्या इसकी बिजयनगर पुलिस जांच कर रही है लेकिन सीआई को लाइन हाजिर करने के मामले में अब सर्व समाज के लोगों में भारी आक्रोश है और दबी जुबान से पुलिस के आला अधिकारियों पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं और कह रहे हैं कि एक कर्तव्य परायण अधिकारी को लाइन हाजिर कर इस तरह कार्रवाई करेंगे तो आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास कैसे कायम होगा।


बहादुरपुरा गांव मे मौत के मामले में थाने में की थी बदतमीजी- बहादुरपुरा गांव में युवक की मौत के मामले में जब लोगो बिजयनगर थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपने आए इस दौरान उन्होंने बदतमीजी व अभद्र भाषा का प्रयोग किया था इसी के चलते सीआई ने कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए उनको सख्त हिदायत दी और कहां की जो भी गलत काम करेगा उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी युवक की मौत के मामले में अपराधी चाहे कोई हो उसको बक्सा नहीं जाएगा

लड़के की गुमशुदगी के मामले में परिवार जनों ने जब थाने में ही सीआई के सामने सुसाइड व रोड जाम करने की धमकी देने के मध्य नजर रखते हुए थाना अधिकारी द्वारा कठोर शब्दों में समझाइए की थी जहां लडके की गुमशुदी के द्वारा दौरान थाना अधिकारी ने बताया कि अगर पुलिस द्वारा कि गई किसी भी प्रकार की लापरवाही की गई हो तो आप उच्च अधिकारियों से मिल सकते हो लेकिन हम आपके साथ हैं और आपको न्याय दिलवायेगे साथ ही पुलिस द्वारा सही कार्रवाई करते हुए आपको न्याय दिलाने की पूरी कोशिश की जा रही है

 आखिर पुलिस के अधिकारी किन के दबाव में थे -बिजयनगर थाना क्षेत्र के हर आमजन की जहन में एक ही सवाल है कि बिजयनगर थाना प्रभारी करण सिंह को लाइन हाजिर करने के पीछे ब्यावर जिले के पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस के आला अधिकारी किनके दबाव में थे जिसके कारण बजरी माफियाओ पर कार्रवाई के साथ ही कानून व्यवस्था कायम रखने वाले सीआई को लाइन हाजिर कर दिया।