तम्बाकू मुक्त होगा शाहपुरा, शिक्षण संस्थानों में चलेगा प्रथम चरण | Shahpura will be tobacco free

शाहपुरा | शाहपुरा जिले को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए प्रथम चरण मे समस्त शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त बनाया जायेगा। गुरुवार को कलक्टर सभागार में जिला कलेक्टर श्री राजेन्द्र सिंह शेखावत ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को नशा मुक्त राजस्थान की शपथ दिलाने से पूर्व उक्त उद्गार व्यक्त किये।
कलक्टर शेखावत ने कहा कि नगर परिषद शाहपुरा अतिशीघ्र गुटखा, पान मसाला सहित अन्य तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को लाईसेन्स प्रणाली के माध्यम से ही बेचने हेतु पाबन्द करें। उन्होंने समस्त जिला अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि समस्त कार्यालय पूर्णतया तम्बाकू मुक्त परिसर हो एवं साइनेज भी लगाया जाये।
 जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखने विशेष रूप से मीठी सुपारी, गुटका, पान मशाला सहित अन्य तम्बाकू उत्पादों के लिए समस्त शिक्षण संस्थानों में कोटपा - 2003 की शत प्रतिशत पालना सुनिश्चित की जावें। 
 एस. आर.के. पी. एस. प्रतिनिधि श्री राजन चौधरी ने कहा कि तम्बाकू उत्पाद बेचने वाली कम्पनियां बच्चों को सबसे पहले टारगेट बनाती है। इसलिए कक्षा 06 से 12 तक विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी जायें। उन्होंने कहा कि राज्य प्रतिदिन 200 लोग तम्बाकू उत्पादों के सेवन से होने वाली बीमारियों से मर जाते है। तम्बाकू उत्पादों से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए कानून की पालना के साथ-साथ आमजन में जागरूकता भी पैदा करें।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. घनश्याम चावला ने गुटखा, पानमसाला सहित अन्य तम्बाकू उत्पादों से होने वाली बीमारियों के बारे मे प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। 
उन्होने कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति के गठन के साथ ही जिला स्तरीय सलाहकार समिति (डी.एल.सी.सी.) का गठन कर कोटपा 2003 का प्रभावी क्रियान्वयन प्रारम्भ कर दिया जावेगा। उन्होने 21 जून, 2024 तक कार्ययोजना प्रस्तुत करते हुये बताया कि 31 मई, 2024 को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर जिले में कोटपा 2003 का उल्लंघन करने
वालों के चालान किये जायेंगे एवं आमजन से कानून की पालना करने हेतु समझाईस की जायेगी। 
बैठक में सभी जिला अधिकारियों ने शपथ लेते हुये तम्बाकू मुक्त शाहपुरा बनाने का संकल्प लिया।