जिला निर्वाचन अधिकारी ने औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ ली बैठक,* *मतदाता जागरूकता मंच गठन के दिये निर्देश, दिलाई मतदान की शपथ* *चुनाव आयोग के मोबाइल एप सी विजिल, केवाईसी, सुविधा कैंडिडेट, वोटर हेल्पलाइन, सक्षम, वोटर टर्नआउट की दी जानकारी*

*जिला निर्वाचन अधिकारी ने औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ ली बैठक,*
*मतदाता जागरूकता मंच गठन के दिये निर्देश, दिलाई मतदान की शपथ* 

*चुनाव आयोग के मोबाइल एप सी विजिल, केवाईसी, सुविधा कैंडिडेट, वोटर हेल्पलाइन, सक्षम, वोटर टर्नआउट की दी जानकारी*

भीलवाड़ा- लोकसभा आम चुनाव 2024- मतदाता जागरूकता कार्यक्रम (स्वीप व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता) के अन्तर्गत जिले के समस्त औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों की बैठक जिला निर्वाचन अधिकारी नमित मेहता की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।

बैठक में औद्योगिक उपक्रम, कारोबार में नियोजित व्यक्तियों को मतदान के दिन संवैतनिक अवकाश मंजूर करने,  मतदाता जागरूकता मंच के गठन के संबंध में चर्चा की गई। साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने समस्त औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों और अधिकारियों को मतदान की शपथ भी दिलाई।

*मतदाता जागरूकता मंच का हो गठन*

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बैठक में निर्देशत किया की जिले में स्थापित वृहद एवं मध्यम इकाईयाँ जिनमें 500 से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं, इनमें चुनाव संबंधी कार्य व्यवस्था हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाए। साथ ही मतदान जागरूकता हेतु औद्योगिक श्रमिकों के साथ रैली का भी आयोजन किया जाए। उन्होंने औद्योगिक श्रमिकों को मतदान जागरूकता एवं मतदान अधिकार उपयोग के संबंध में दिशा निर्देश प्रदान किए।

बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 135-ख के अनुसार मतदान के दिन किसी कारोबार, व्यवसाय, औद्योगिक उपक्रम या किसी स्थापना में नियोजित प्रत्येक व्यक्ति को, जो लोकसभा / विधानसभा के लिए निर्वाचन में मतदान करने का हकदार है, को मतदान के दिन संवैतनिक अवकाश मंजूर किया जायेगा।

साथ ही उपधारा 1 के अनुसार अवकाश मंजूर किये जाने के कारण उसमें व्यक्ति की मजदूरी से कोई कटौति या कमी नहीं की जायेगी। यदि कोई नियोजक उपधारा 1 या 2 के उपबन्धों का उल्लंघन करेगा तो ऐसा नियोजन जुर्माने से, जो 500/- तक का हो सकेगा, दण्डनीय होगा।

यह उपबन्ध जो राजस्थान राज्य के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के पंजीकृत मतदाता हैं, परन्तु लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के बाहर कार्यरत है, उन्हें उनके क्षेत्र में मतदान दिवस' दिनांकः 19.04.2024 एवं 26.04.2024 (यथा निर्धारित तिथि अनुसार) के लिए सभी संस्थानों में कार्यरत सभी कामगारों को, जिनमें आकस्मिक कामगार भी सम्मिलित है, सवैतनिक अवकाश प्रदान करने हेतु विनिर्दिष्ट करती है ताकि उनके द्वारा मतदान के अधिकार का स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।

यदि कोई नियोजक उक्त प्रावधानों की अवहेलना करते हुए मतदान के दिन कर्मचारी को मताधिकार का उपयोग करने हेतु अवकाश नहीं देता है तो इसके लिए दण्डात्मक कार्यवाही हेतु संबंधित रिटर्निंग अधिकारी द्वारा अवगत कराया जाएगा।

*चुनाव आयोग के मोबाइल एप मतदाता के लिए बने मददगार*
 
लोकतंत्र के पर्व में मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भूमिका तय करने के लिए चुनाव आयोग नई तकनीक का सहारा ले रहा है। आयोग की ओर से मतदान बढ़ाने के लिए विभिन्न एप का प्रयोग किया जा रहा है। निर्भीक व निष्पक्ष मतदान के लिए चुनाव आयोग मतदाताओं की शिकायतों का तुरंत निराकरण करने से लेकर मतदाताओं को वोट का महत्व बताने तक सभी उपाय करने में जुटा है। चुनाव आयोग मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एप का सहारा ले रहा है। इन एप के जरिए मतदाताओं को चुनाव संबंधी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त हो सकेगी। ये एप युवा मतदाताओं के लिए कारगार साबित हो रहे हैं।

 सी विजिल

      सी विजिल एप निर्वाचन अवधि के दोरान आदर्श आचार संहिता का उल्लघन की रिपोर्ट करने  के लिए नागरिको के लिए एक मोबाइल एप है। अगर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी प्रकार से हो रहा है, तो एप के माध्यम से प्रशासन को सूचना दी जा सकती है। इसमें वीडियो और ऑडियो की सुविधा भी है। इसमें शिकायत के बाद 100 मिनट के अंदर निवारण होगा।

 केवाईसी

 इस एप का मतलब है नो योर कंडिडेट। इसमें मतदाता अपने उम्मीदवार की सारी जानकारी प्राप्त कर सकता है। उम्मीदवार कितना पढ़ा हुआ है या फिर उसके पास प्रोपर्टी  कितनी और उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी हासिल की जा सकती है।

*सुविधा कैंडिडेट*

पहले उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को उनकी उम्मीदवारी और अनुमति की स्थिति के बारे में केवल कागज के माध्यम से सूचित किया जाता था। सूचना देने का कोई ऑनलाइन तरीका नहीं था और उम्मीदवार को अपनी अनुमतियों का विवरण प्राप्त करने के लिए कार्यालय का दौरा करना पड़ता था। यह एप उम्मीदवारों को उनके नामांकन और चुनाव प्रचार आदि से संबंधित चाही गई अनुमति की स्थिति की जांच करने की सुविधा देता है। उम्मीदवार अब जमा किए गए आवेदनों की लाइव स्थिति प्राप्त कर सकते हैं। उम्मीदवार मोबाइल एप का उपयोग करके अपने जमा किए गए आवेदनों की स्थिति की जांच और ट्रैक कर सकते हैं। अनुमति मिलने के पश्चात डाउनलोड भी कर सकते है, जो आवेदन प्रसंस्करण में बहुत सहायक है। एप्लिकेशन ईसीआई की पारदर्शिता पहल को बढ़ावा देता है। उम्मीदवार को वास्तविक समय के आधार पर पता चल जाता है कि उनका आवेदन अस्वीकार कर दिया गया है या स्वीकार कर लिया गया है।

*वोटर हैल्प लाइन*

इस एप में मतदाता सूची में नाम जोडऩे, नाम, पता संशोधन करने, नाम हटाने, वोटर आईडी को आधार से लिंक करने, मतदाता सूची में नाम खोजने, मतदान केन्द्र विवरण, ईपिक डाउनलोड करने की सुविधा हैं। इससे व्यक्ति अपनी वोटर आईडी घर बैठे प्राप्त कर सकता है। वोटर आईडी में संशोधन कर सकता है। इसमें दिए गए विकल्प के अनुसार आवेदन करना होगा।

*सक्षम*

विशेष योग्यजन नागरिकों की सुविधा के लिए है। इसके माध्यम से दिव्यांग पंजीकरण और संशोधन करा सकते हैं। व्हील चेयर के लिए आवेदन मतदाता सूची में नाम खोजने, बूथ की जानकारी कर सकते हैं। इसके साथ ही दिव्यांग को घर बैठे वोट देने की सुविधा भी दी जा रही हैं।

*वोटर टर्नआउट*

इस एप के माध्यम से आमजन मतदान दिवस के दिन समय समय पर मतदान प्रतिशत देख सकते हैं तथा यह एप नागरिकों तक अनुमानित मतदान रुझान का प्रसार सुनिश्चित करता है तथा मीडिया हाउसों को मोबाइल एप पर अनुमानित मतदान प्रतिशत आसानी से मिल जाता है।
बैठक के दौरान उपजिला निर्वाचन अधिकारी रतन कुमार, सीएमएचओ डॉ. सीपी गोस्वामी, एडीपीसी समग्र शिक्षा योगेश पारीक, नितिन स्पीनर्स, कंचन इंडिया लिमिटेड, आरडब्ल्यूएसएम, जिंदल शॉ लिमिटेड, संगम इंडिया लिमिटेड सहित अन्य विभिन्न औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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