रॉयल्टी ठेकेदार की तानाशाही,मनमानी रॉयल्टी वसूलने से पत्थर कारोबारियों में रोष

बिजौलियां। क्षेत्र में नए रॉयल्टी संग्रहण ठेकेदार द्वारा निर्धारित दर से अधिक रॉयल्टी वसूलने को लेकर क्षेत्र के पत्थर व्यवसायी वर्ग ने जिसमें खनन ठेकेदार, पत्थर स्टॉक ठेकेदार व लघु कटिंग मशीन वाले ठेकेदार शुमार हैं, ने  तहसीलदार इमरान खान और  खनिज अभियंता कार्यालय में ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की।ज्ञापन की कॉपी मुख्य सचिव, खान सचिव जयपुर,खान निदेशक उदयपुर व भीलवाड़ा जिला कलेक्टर को भी मेल द्वारा प्रेषित की गई।पत्थर व्यवसायी वर्ग ने आरोप लगाया कि नए रॉयल्टी ठेकेदार द्वारा निर्धारित दर से अधिक अवैध रूप से रॉयल्टी वसूल की जारी है और विरोध करने पर नाकों पर कार्यरत कर्मचारियों द्वारा गाली गलौज की जाती हैं।वहीं कई पर्चियों पर राशि भी नहीं लिखी हुई है।ऐसी पर्चियां खनि अभियंता कार्यालय और तहसीलदार  को भी दिखाई गई।खनि कार्यदेशक गिरिराज मीणा का कहना है कि ज्ञापन मिला हैं इस पर  कार्यवाही की जाएगी। तहसीलदार इमरान खान का कहना है कि जिला कलेक्टर भीलवाड़ा को सारी स्थिति से अवगत कराया जाएगा। वहीं
शिवा कार्पोरेशन लिमिटेड ठेकेदार के प्रभारी राजेश का कहना है कि रॉयल्टी नियमानुसार ली जा रही है।पत्थर व्यवसायी सुनील जैन, सुनील धाकड़, शंकर धाकड़,संजीव जैन,बनवारी लाल शर्मा का कहना है कि कार्रवाई न होने पर पूरे क्षेत्र में पत्थर का लदान बंद किया जाएगा।पत्थर कारोबारियों ने बताया कि नए ठेकेदार द्वारा रॉयल्टी नाकों पर कहीं बोर्ड भी नहीं लगाए हुए है और उनके कर्मचारियों  के पास परिचय पत्र भी नहीं हैं।ज्ञापन देने वालों में नरोत्तम धाकड़, रमेश धाकड़ ,राधेश्याम बंजारा ,अनिल जैन, पारस जैन ,महेंद्र जैन ,अनिल नागौरी ,अर्जुन धाकड़ ,मांगीलाल धाकड़, मुकेश धाकड़ समेत  बड़ी संख्या में पत्थर व्यवसायी पत्थर व्यवसाय मौजूद रहे।खनिज सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत रॉयल्टी संग्रह का ठेका 43 करोड रुपए था और इस वर्ष 53 करोड रुपए के करीब है।सबसे बड़ी बात यह है कि 2 वर्ष से पत्थर व्यवसाय मंदी के दौर से गुजर रहा है और ऊपर से अधिक रॉयल्टी वसूलने से क्षेत्र के पत्थर व्यवसायी काफी परेशान हैं।