शहर भ्रमण को निकलेंगे चारभुजा नाथ 8 को

फाग की अमावस्या पर बड़े मंदिर चारभुजा नाथ संपूर्ण स्वर्ण रजत पोशाक में दर्शन देंगे

भीलवाड़ा पेसवानी
 श्री माहेश्वरी समाज श्री चारभुजा जी मंदिर ट्रस्ट भीलवाड़ा के तत्वाधान फागुन की अमावस्या चैत्र कृष्णा अमावस्या 8 अप्रैल सोमवार को बड़े मंदिर पर छप्पन भोग एवं भगवान चारभुजा नाथ की शोभायात्रा व फूलडोल महोत्सव के भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा।

 8 अप्रैल को चारभुजा नाथ पहली बार भक्तों को संपूर्ण रूप से 9.250 किलो कि स्वर्ण रजत पोशाक में दर्शन देंगे इससे पूर्व चारभुजा नाथ के स्वर्ण पोशाक 3 किलो चांदी व 350 ग्राम सोने से बनवाई गई ,चारभुजा नाथ के 10 अवतारों के स्वर्ण पोशाक में 2 किलो चांदी व 200 ग्राम सोने से निर्मित पोशाक में दर्शन हो चुके हैं लेकिन इस फाग  की अमावस्या के पर विशेष रूप से चारभुजा नाथ की प्रतिमा मैं पहली बार नाथद्वारा, फतहनगर से बनकर आए चारभुजा नाथ की मूर्ति में ऊपर की ओर मेहराब एवं प्रतिमा के नीचे ग्वाले एवं गाये भी स्वर्ण रजत पोशाक में 3:50 किलो चांदी व 250 ग्राम सोना से निर्मित पोशाक के भक्तों को दर्शन देंगे फाग की अमावस्या पर स्वर्ण रजत जड़ित तीनों पोशाके  एक साथ चारभुजा नाथ धारण करेंगे।

चारभुजा नाथ की संपूर्ण प्रतिमा स्वर्ण रजत के बनाए गए लगभग 9.250 किलो कि विशेष पोशाक में पहली बार दर्शन देंगे।

 ट्रस्ट मीडिया प्रभारी महावीर समदानी ने बताया कि 8 अप्रैल सोमवार को प्रातः 10:15 बजे से 12:15 बजे तक 56 भोग झांकी एवं संपूर्ण स्वर्ण रजत पोशाक के दर्शन होंगे 12:15 बजे महाआरती, आरती के बाद छप्पन भोग प्रसाद वितरण होगा ।

*चारभुजा नाथ शहर भ्रमण को निकलेंगे साय 4 बजे*

श्री माहेश्वरी समाज श्री चारभुजा जी मंदिर ट्रस्ट के बडा मंदिर में चारभुजा नाथ की शोभायात्रा में फूल डोल महोत्सव के तहत चारभुजा नाथ भक्तों सग गुलाल खेलते हुए चांदी के बैवान में साय 4 बजे बड़े मंदिर से निकलकर शहर भ्रमण करेंगे चारभुजा नाथ का बैवाण धान मंडी ,सांगानेरी गेट होते हुए साय 9:30 बजे दूधाधारी गोपाल मंदिर पहुंचेगी जहां फागण के भजनों से चारभुजा नाथ का स्वागत किया जाएगा जगह-जगह पुष्प वर्षा एवं परिवार जनों द्वारा चारभुजा नाथ की आरती की जाएगी उसके बाद चारभुजा नाथ भदादा मोहल्ला होते हुए रात भर शहर भ्रमण करते हुए 9 अप्रैल मंगलवार नव वर्ष की शुभ वेला पर शोभायात्रा मंदिर प्रांगण 7:30 बजे पहुंचेगी, बड़े मंदिर पर महाआरती कर बैवान का स्वागत किया जाएगा।