अणुव्रत प्रतियोगिता भावी पिढी में क्रिएटिविटी को नई ऊंचाई देगा- मुनि ‘मेधांश’


भीलवाड़ा -अणुव्रत आंदोलन के 75 वर्ष के उपलक्ष में देश भर में आयोजित हो रहे अणुव्रत क्रिएटिविटी कॉन्टेस्ट की संभागीय प्रतियोगिता  शासन श्री मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में तेरापंथ भवन अणुव्रत चौक मैं हुई । 
प्रतियोगिता में सोलो - समूह गायन, वाद-विवाद, पोस्टर मेंकिंग निबंध भाषण कविता चित्रकला सोलो व समूह गायन में सेंट गिगोरियस, सी. पी. एस व सेंट्रल एकेडमी, महावीर विद्या मंदिर, स्मार्ट स्टडि स्कुल नाथद्वारा के 100 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। 
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुनि सम्बोध कुमार 'मेधांश' ने "अणुव्रत की राह चले" सुमधुर गीत का संगान करते हुए कहा- अणुव्रत से हम जैन नहीं बल्कि  गुड मैन बनते हैं। अणुव्रत लाइफस्टाइल में शामिल हो जाए हम 24x7 हेप्पी लाइफ जी सकते हैं। अणुव्रत की प्रतियोगिताओं ने नेक्स्ट जनरेशन में किएटिविटी को एक नई उँचाइ मिल रही है। यह शुभ संकेत है। मुनिप्रवर ने कहा- भारत शांती, संतोष और पवित्रता की संस्कृति का हिमायती है। अणुव्रत इसी परंपरा का संवाहक है। 
॰ बतोर निणार्यक मनमोहन भटनागर, श्रीमती उवर्शी सिंघवी, श्रीमती डॉ. रेखा जैन, श्रीमती पुनम भदादा
उपस्थित थे।
॰ स्वागत कार्यक्रम की संभागीय संयोजिका श्रीमती प्रणिता तलेसरा, मंच संचालन श्रीमती नीता खोखावत ने किया।
॰ इस अवसर पर तेरापंथ सभाध्यक्ष अजुर्न खोखावत, कोषाध्यक्ष भगवती सुराणा , मंजू इंटोदीया,मधु सुराणा भी उपस्थित थे।