पर्यावरण सुधार के लिए पांच दिवसीय हरित संगम मेले का आयोजन 101 बैलगाड़ियों से निकाली विशाल शोभा यात्रा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का बड़ा बयान इस यात्रा से प्रकृति संरक्षण व गौ माता की रक्षा के लिए बहु आयामी संदेश आएंगे सामने अयोध्या बनेगी पुरी दुनिया की संस्कृति वह आध्यात्मिक राजधानी



भीलवाड़ा-अपना संस्थान भीलवाड़ा की ओर से पर्यावरण सुधार के लिए अधिक से अधिक जागरूकता लाने व अधिक से अधिक पेड़ लगाने को लेकर आज से पांच दिवसीय" हरित संगम" पर्यावरण मेले की शुरूआत हुई । जहां मेले की शुरूआत मे 101 बैल गाड़ियों की विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी । सुबह में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शिरकत की जहा सतीश पूनिया ने कहा कि इस यात्रा से प्रकृति के संरक्षण में गौ माता की रक्षा के लिए बहुआयामी संदेश सामने आएंगे वहीं अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा होने से अयोध्या पुरी दुनिया की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक राजधानी बनेगा।

अपना संस्थान भीलवाड़ा की ओर से पर्यावरण बचाने को लेकर पांच दिवसीय हरित मेले का आयोजन हो रहा है जहां मेले की शुरुआत में आज भीलवाड़ा शहर के मोदी ग्राउंड से वैदिक मंत्रौचार के साथ 101 बैलगाड़ियों की विशाल शोभा यात्रा निकाली गई । जहां बैल गाड़ियों में छोटे-छोटे बच्चे भगवान की झांकियां से सजाए गए बेठे थे यह शोभायात्रा शहर के रोडवेज बस स्टैंड, सांगानेरी गेट ,बड़ा मंदिर होते हुए चित्रकूट धाम पहुंची जहां आज से 5 दिन तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा। शोभा यात्रा की शुरुआत में भाजपा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, शाहपुरा से विधायक लालाराम बैरवा, भीलवाड़ा शहर विधायक अशोक कोठारी सहित संत समाज व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी मौजूद थे । 

शोभा यात्रा की शुरुआत के दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि दुनिया में इस समय पर्यावरण के संरक्षण वह अपनी माटी व देश की संस्कृति के संरक्षण की चर्चा है । ऐसे में विश्व हिंदू परिषद व अपना संस्थान ने अनुठी पहल की है जहां हरित संगम के तहत आज बैलगाड़ी यात्रा से शुरुआत हुई है इससे नई पीढी मे जागरुकता आएगी। गाय भारतीय संस्कृति के प्राण तत्व का आधार है हम पुरानी परिपाटी में भी नंदी की पूजा करते थे वर्तमान परिपाटी में ट्रैक्टर भले ही आगे हैं फिर भी नंदी की पूजा करते हैं छोटी जोत मे अभी भी नदी के जरिए खेती की जाती है । नंदी की शिव परिवार में भी पूजा की जाती है इस यात्रा से प्रकृति के संरक्षण व गौ माता की रक्षा के लिए बहुआयामी संदेश है इस यात्रा का संदेश पूरे विश्व में जाएगा।

 वही राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है जिस सवाल पर है सतीश पूनिया ने कहा कि राम भारत की आस्था का प्रतीक है अयोध्या की पवित्र पावन भूमि पर 22 जनवरी को पूरी दुनिया के सामने एक ऐसा शुभ अवसर मिलेगा । अयोध्या पूरी दुनिया की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक राजधानी बनेगी।

मेले मे कल 11 जनवरी को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी वह एनजीटी के रिटायर्ड अध्यक्ष आदर्श गोयल शिरकत करेंगे वही 14 जनवरी को समापन समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शिरकत करेंगे।