सांसदों का निलंबन लोकसभा में बनाया कलंक का इतिहास -कांग्रेस जिला अध्यक्ष

भीलवाड़ा -लोकसभा व राज्यसभा के दोनों सदनों से 142 सांसदों के निलंबन के मामले को लेकर आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर भीलवाड़ा जिला कांग्रेस अध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी की मौजूदगी में रेलवे स्टेशन के बाहर डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास प्रदर्शन कर धरना दिया गया। सरकार बदलते ही विपक्ष की ओर पहली बार प्रदर्शन किया जिसमें महज बहुत कम भीड़ जुटी। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या हुई है इसके खिलाफ आज हम प्रदर्शन कर रहे हैं।लोकसभा व राज्यसभा से 143 सांसदों का निलंबन कर संविधान के अंतर्गत कलंक का इतिहास बनाया ।

लोकसभा व राज्यसभा में 142 सांसदों के निलंबन के विरोध मे अब देशभर में विपक्षी पार्टियों के राजनेताओं ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है जहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के आह्वान पर आज भीलवाड़ा जिले में भी कांग्रेस के राजनेताओं व पदाधिकारी ने विरोध प्रदर्शन किया जहां रेलवे स्टेशन के पास स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने बैठकर धरना दिया ।


इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि भारतीय संविधान के अंदर देश की पार्लियामेंट मे पहली बार विपक्ष के सांसदों को लगातार टारगेट करते हुए निलंबन किया है यह उनकी तानाशाही की पराकाष्ठा है केन्द्र सरकार विपक्ष के सांसदों को संसद में बोलने नहीं देती है । लोकसभा व राज्यसभा से 143 सांसदों का निलंबन किया है यह संविधान के अंतर्गत कलंक का इतिहास बनाया है हम आज राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर भीलवाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के ओर से संविधान के निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने मांग करते हैं कि जो केंद्र की तानाशाह सरकार है उसने जो सांसदों के निलंबन का कृत्य किया है उनकी हम निंदा करते हैं हम जिले के कांग्रेस के राजनेता व पदाधिकारी गांव- गांव, ढाणी- ढाणी व शहर शहर में ऐसे कृत्य को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे जिससे जनता को भी केंद्र सरकार के रवैये का पता लग सके।
इस दौरान पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश व्यास ,आशीष राजस्थला सहित जिले के कांग्रेस के पदाधिकारी व राजनेता मौजूद रहे।

मैच कम जूटी भीड़- सरकार बदलते ही कांग्रेस के ओर से पहली बार विरोध प्रदर्शन किया गया जहां कांग्रेस के राजनेताओं को उम्मीद थी कि काफी संख्या में राजनेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ता पहुंचेंगे मगर कांग्रेस के प्रदर्शन में महज लगभग 50 राजनेता,पदाधिकारी व कार्यकर्ता ही मौजूद थे।