शाहपुरा में शहीद मेला नगर परिषद सभापति ने अगले वर्ष एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम कराने की घोषणा शाहपुरा में बारहठ पैनोरेमा अगले वर्ष बनकर तैयार हो जायेगा, शहीद मेला वहीं हो सकेगा-कलेक्टर बोहरा


भीलवाड़ा -अमर शहीद केसरी सिंह बारहठ, जोरावर सिंह बारहठ प्रतापसिंह बारहठ की शहादत को नमन करने के लिए त्रिमूर्ति बारहठ स्मारक पर शहीद मेले का आयोजन किया गया। श्री केसरी सिंह बारहठ स्मारक समिति की ओर से नगर पालिका के तत्वावधान में आयोजन हुआ। शुभारंभ पर अतिथियों ने बारहठ बंधुओं की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर बारहठ परिवार की गौरव गाथा व चेतावनी रा चुंगटिया विषयक नाटक की प्रस्तुति संचिना के तत्वावधान में दी गई।
नगर परिषद सभापति रघुनंदन सोनी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि भीलवाड़ा के सांसद सुभाष बहेड़िया थे। मुख्य वक्ता के रूप में शाहपुरा जिला कलेक्टर एवं साहित्यकार टीकमचंद बोहरा तथा विशिष्ट अतिथि के रूप् में विशाल सिंह सौदा, कांग्रेस नेता नरेंद्र कुमार रेगर मौजुद रहे। बारहठ स्मारक समिति के अध्यक्ष कन्हैयालाल धाकड़ ने सभी का स्वागत करते हुए त्रिमुर्ति स्मारक के सौंदर्यकरण के लिए नगर परिषद सभापति एवं केसरीसिंह बारहठ परिवार के पेतृक गांव देवखड़ा स्कूल का नामकरण उनके नाम से करने पर सरकार का आभार ज्ञापित किया। समिति संयोजक कैलाश व्यास, सह संयोजक राजकुमार बैरवा, अत्तू खां कायमखानी, डा. इशाक मोहम्मद, रामप्रकाश काबरा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किया। 
मुख्य अतिथि सांसद सुभाष बहेड़िया ने कहा कि क्रांतिकारी बारहठ बंधुओं से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के नवनिर्माण में युवाओं को आगे आना चाहिए। हमें शहीदों से प्रेरणा लेने की जरूरत है। भारत का गौरवशाली इतिहास रहा है। हमारा देश आज विश्व के सामने पूरी मजबूती के साथ खड़ा है। आजादी के दीवानों बारहठ परिवार व भगत सिंह,राज गुरु, सुखदेव, जैसे लोगों ने देश की खातिर हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लिया। हमारा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि क्रांतिकारी केसरी सिंह बारहठ स्वाधीन शिक्षा शास्त्री, क्रांति चिंतक, राजनेता एवं युगपुरुष थे।
कार्यक्रम अध्यक्ष नगर परिषद सभापति रघुनंदन सोनी ने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन का इतिहास नए सिरे से लिखने की जरूरत है। इस दिशा में काम भी प्रांरभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि शाहपुरा का बारहठ परिवार आज समूचे शाहपुरा क्षेत्र को देश में गौरान्वित करा रहा है। उन्होंने नगर परिषद की ओर से बारहठ परिवार की शहादत को नमन करने के लिए अगले वर्ष से हर बार 23 दिसम्बर को एक शाम शहीदों के नाम कराने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस दिन को शाहपुरा में भव्यता से मनाने के बारे में भी विचार विमर्श किया जायेगा।