भीलवाड़ा -जिले में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष पानी की कमी होने के कारण रबी की फसल की बुवाई कम हो रही है जहां वर्षा ऋतु में औसत वर्षा से भी जिले में इस बार कम बारिश हुई है जिसका असर अब धरातल पर किसानों को देखना पड़ रहा है।
जहा भीलवाड़ा कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक इंदर सिंह संचेती ने कहा कि भीलवाड़ा जिले में इस बार मानसून की बारिश बहुत ही कम हुई है। जिले मे औसत बारिश 675 मिलीमीटर होती है परंतु इस बार मात्र 540 मिलीमीटर ही बारिश हुई है जो जिले के औसत से 135 मिलीमिटर कम बारिश है इसको देखते हुए कृषि विभाग ने पिछले वर्ष की तुलना में रबी की फसल के लिए इस वर्ष कम लक्ष्य रखा है पिछले वर्ष 3 लाख 67 हजार हेक्टेयर भूमि में रबी की फसल की बुवाई हुई थी। इस बार 2 लाख 70 हजार भूमि में रबी की फसल के रूप में गेहूं, जो, सरसों, तारामीरा, जीरा और मेथी की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है अभी तक 88 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई हो चुकी है ज्यादातर इसमें सरसों और चने की फसल की बुवाई हुई है। वर्तमान में बुवाई का कार्य चल रहा है कही जगह नवरात्रि के बाद किसान गेहूं व जौ की फसल की बुवाई भी करने में जुट गए हैं जिन किसानों के पास भुमिगत जल स्रोत है वह किसान गेहूं व जौ की फसल की बुवाई कर रहे हैं और जिनके पास पानी की कमी है वह सरसों व चने की फसल की बुवाई कर रहे हैं।
भीलवाड़ा जिले के हुरड़ा, आसींद ,रायपुर और सहाडा क्षेत्र में पानी की काफी कमी है इसी के चलते इस क्षेत्र में ना के बराबर बुआई हो रही है।
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