अपने आप को सेना का रिटायर्ड कर्नल बताकर युवाओं को सरकारी नौकरी के नाम पर करोड़ों रुपए ऐठने वाला तथाकथित अधेड गिरफ्तार


भीलवाड़ा जागरूक- जिले की गुलाबपुरा थाना पुलिस ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने आपको सेना का रिटायर्ड कर्नल बताकर युवाओं को सरकारी नौकरी दिलवाने वाले अधेड को गिरफ्तार किया है। जहां गिरफ्तार अधैड अब तक करोड़ों रुपए हड़प कर कई युवाओं को अपने जाल में फसा चुका है।

जहां गुलाबपुरा थाने के एएसआई सुडाराम ने कहा की सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ तहसील के राजेश कुमार जांगिड़ ने गुलाबपुरा पुलिस स्टेशन में प्रेम सिंह बैसला उर्फ छीतर सिह कर्नल के खिलाफ रिपोर्ट दी है जहां उन्होंने बताया कि मैं गुलाबपुरा थाना क्षेत्र के आगूचा गांव के पास स्थित बालक नाथ आश्रम में अपने परिवार के साथ आया था जहां प्रेम सिंह बैंसला की हमारे से मुलाकात हुई। उन्होंने शिक्षक व पटवारी प्रति प्रतियोगिता परीक्षा में पास करा कर सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर पैसे की मांग की । जहां हमारे से उन्होने 72 लाख 50 हजार रुपए की मांग करते हुए कहा कि आपके परिवार के चार सदस्यों को में सरकारी नौकरी दिला दूंगा। जिस पर हमने 35 लाख 75 हजार की एक किस्त व दूसरी किस्त 36 लाख 75 हजार की नकद दी। लेकिन जब परीक्षा परिणाम आने पर अभ्यार्थियों  का सरकारी नौकरी में चयन नहीं होने पर वापिस पैसे की मांग की उस दौरान अपने आप को सेना में कर्नल बताने वाला प्रेम सिंह बहाना बनाता रहा । वही परिवादी लगातार उनसे पैसे की मांग करते रहे लेकिन उन्होंने पैसा वापस देने से इनकार कर दिया । जिस पर परिवादी ने तथाकथित कर्नल प्रेम सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जहा तथाकथित कर्नल के खिलाफ 420, 406 ,419, 467 और 468 आईपीएस की धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जहां इस तथा कथित कर्नल को शनिवार को उदयपुर जिले के देलवाड़ा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।


राज्य स्तर पर रखा था 10000 का इनाम-  
प्रदेश में बेरोजगार युवाओं के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले की गंभीरता को देखते हुऐ भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक ने राज्य स्तरीय ठग की सूचना देने तथा गिरफ्तारी में सहयोग देने वाले को 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विभिन्न टीम का गठन किया और  देलवाला से गिरफ्तार कर लिया।


भारतीय सेवा से तथाकथित कर्नल प्रेम सिंह का हो रखा है कोर्ट मार्शल
प्रेम सिंह पर सन 1998 में जहाजपुर थाने के भारतीय सेना और बैंक में नौकरी लगाने के प्रकरण में चालान होने के साथ ही 2003 मैं माननीय न्यायालय द्वारा सजा याप्त होने की सूचना पर भारतीय सेना द्वारा कोर्ट मार्शल किया गया है।

जेल में साथी कैदी के परिवार वालों से मिलकर छूटा पैरोल पर-
प्रेम सिंह को वर्ष 2027 तक सजा हो रखी है जहां उन्होंने जेल में अपने साथ कैदी से मुलाकात कर  उनके परिवार वाले के सहयोग से पैरोल पर छूटा. पैरोल पर छूट कर युवाओं को सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने की योजना बनाई जहा वह आगूचा के आश्रम में आए युवाओं को निशाना बनाया।

बैंक, रेल्वे , पटवारी व आरपीएससी से बताता था संपर्क
-गिरफ्तार प्रेम सिंह युवाओं को बैंक, पटवारी, रेल्वे व आरपीएससी की परीक्षा पास करने का सपना दिखाकर युवाओं से पैसे ऐठने का काम करता था। इस दौरान वह हमेशा युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का वादा करता था।


सभी से लेता था कैसे पैसा- 
गिरफ्तार प्रेम सिंह जिस भी युवा को सरकारी नौकरी देने का वादा करता था वह उस युवा से बताए गए पैसे कैसे लेता था।


रिटायर्ड सैन्य कर्मी को भी लगाया चूना-  
तथाकथित कर्नल प्रेम सिंह इतना शातिर था कि वह देवली क्षेत्र के रिटायर्ड सैन्य कर्मी तथा उनके परिजनों को अच्छी सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 92 लाख की चपत लगा दी जिसका मामला देवली थाने में दर्ज है वही कर्नल प्रेम सिंह बैंसला वांचित है।

अब तक कर चुका चार शादी
तथा कथित कर्नल प्रेम सिंह बैसला ने अपने आप को भारतीय सेवा का कर्नल बताकर सरकारी अध्यापिका को अपने प्रेम जाल में फंसा कर शादी कर ली तथा कथित कर्लन प्रेम सिंह बैसला जेल से 40 दिन की पैरोल के दौरान अध्यापिका के घर पर ही रूकता तथा छुट्टी पूरी होने की बात कहकर पुन जेल में चला जाता । अध्यापिका अभी भी अनजान है वही प्रेम सिंह ने पूर्व में भी तीन शादियां कर रखी थी।

प्रदेश के कहीं जिले के युवाओं को बनाया निशाना - तथाकथित कर्लन प्रेम सिंह बैसला ने राजस्थान के सीकर, झुंझुनू, जोधपुर, कुचामन, जयपुर, टोंक , कोटा व भीलवाड़ा जिले के बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी लगाने का झासा देकर बड़ी रकम एठना स्वीकार किया तथा टोंक जिले के कोतवाली, टोडारायसिंह व देवली थाने में वांटेड भी है।

प्रदेश के 14 पुलिस स्टेशन में हो रखा है मुकदमा दर्ज -
तथाकथित कर्लन प्रेम सिंह के खिलाफ प्रदेश के 14 पुलिस स्टेशन पर अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज है

वहीं परिवादी ने कहा कि मैं आगुचा गांव में बाबा बालक नाथ के आश्रम आया वहां प्रेम सिह ने अपने आप को सेना मे कर्नल बताया  जहा हमारी प्रेम सिंह से मुलाकात हुई और उन्होंने कहा कि आप और आपके रिश्तेदार को मैं सरकारी नौकरी लगा दूंगा। जहा प्रेम सिह ने मेरे तीन रिश्तेदार व मेरी नौकरी के लिए पैसे ले लिए जहा प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद भी हमारा नाम नहीं आया । तब प्रेम सिह हमारे को गुमराह कर्ता रहा। इस मामले को लेकर मैंने गुलाबपुरा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया। मेरे परिवार में रीट ,पटवारी और ए.ए.न के एग्जाम के लिए पैसा लिया यह अपने आपको भारतीय सेवा का कर्नल बताता था।