भ्रम फैलाने के लिए भीलवाड़ा की जनता से मांगें माफी केंद्रीय मंत्री, लोकेश शर्मा की गजेंद्र सिंह शेखावत को नसीहत


भीलवाड़ा जागरूक- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा ने भीलवाड़ा के गंगापुर थाना क्षेत्र से सामने आई कथित घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री शेखावत के दावे पर उन्हें करारा जवाब दिया है। दरअसल केंद्रीय मंत्री ने मामले से जुड़ी एक खबर का स्क्रीनशॉट ट्विटर पर साझा करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था और पुलिसिंग को सवालों के घेरे में खड़ा किया था। इसे लेकर सीएम ओएसडी लोकेश शर्मा ने मामले से जुड़ी तथ्यात्मक जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री के दावे की सच्चाई का खुलासा किया।

लोकेश शर्मा ने इस पूरे मामले को लेकर राजस्थान पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई और जांच में जो तथ्य सामने आए, उनका खुलासा किया। दरअसल भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र में मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली एक महिला का अपहरण करने का मामला सामने आया था, जो कि पुलिस की जांच में झूठा पाया गया। स्थानीय पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि संबंधित महिला का अपहरण नहीं हुआ, बल्कि वो आरोपियों के साथ अपनी मर्जी से गई थी।

घटना भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र के झामपुरा चौराहा के पास आमली रोड की है, जहां एक महिला के निर्वस्त्र हालत में 9 सितंबर की रात 8:40 बजे चिल्लाने की सूचना मिली। इस पर घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं एफएसएल टीम ने मौके से पीड़िता का मोबाइल फोन बरामद किया, जिसमें उसकी आरोपियों से फोन पर बात करने के दौरान हुई वॉइस रिकॉर्डिंग भी मिल गई। पुलिस ने जब साक्ष्यों और पीड़िता के बयानों के आधार पर मामले की पड़ताल की, तो मामले की वास्तविकता का खुलासा हुआ। इसमें पता चला कि पीड़िता का किडनैप नहीं किया गया था, बल्कि वह आरोपियों के साथ अपनी मर्जी से गई थी। वहीं पति के द्वारा छोड़े जाने के डर से उसने शुरुआत में पुलिस से सच्चाई छिपाई।

लोकेश शर्मा ने राजस्थान पुलिस के ट्विटर हैंडल पर मामले को लेकर दी गई जानकारी का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत को नसीहत दी कि केंद्रीय मंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसे संवेदनशील मामलों में बयान जिम्मेदारी से देना चाहिए। साथ ही मांग करते हुए कहा कि गंगापुर मामले में पुलिस सच्चाई का खुलासा कर चुकी है, उसके बावजूद भी झूठ बोलने के लिए केंद्रीय मंत्री शेखावत को जनता को तथ्यात्मक रूप से गलत जानकारी साझा कर गुमराह करने के लिए भीलवाड़ा की जनता से माफी मांगनी चाहिए।