उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया का बड़ा बयान ,गहलोत को बताया घोषणा वीर, कांग्रेस में है गुटबाजी ,गुटबाजी नहीं होती तो कभी के सचिन पायलट होते हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री।


 भीलवाड़ा-भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा आज जिले के आसींद में पहुंची जहां आसींद मुख्यालय पर उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने प्रेस से मुखातिब होते हुए प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री रेवड़िया बांट रहे हैं और सिर्फ घोषणावीर बने हुए हैं । सचिन पायलट राजनीतिक रूप में परिपक्व है लेकिन कांग्रेस में गुटबाजी है अगर गुटबाजी नहीं होती तो अभी सचिन पायलट मुख्यमंत्री के पद पर काबिज होते हैं लेकिन मुझे लगता है कि पायलट हाजमा कितना भारी है।


भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा मंगलवार देर शाम आसींद पहुंची जहा आसींद में सभा करने के बाद आज एक निजी समाज के भवन में प्रेस से मुखातिब होते हुए भरतपुर बस हादसे को लेकर संवेदना व्यक्त की और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि राजस्थान में कई मुद्दे हैं आज राजस्थान में पेट्रोल डीजल संगठन के आह्वान पर पेट्रोल डीजल पंप बंद है । जहा पेट्रोल पंप संचालकों की मांग ही नही यह राजस्थान की आवाम की आवाज है । महंगाई का रोना रोने वाली कांग्रेस पार्टी की कथनी और करनी में काफी फर्क है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुक्त की रेवड़िया बांटने की घोषणा करते हैं ओर घोषणा वीर तो अशोक गहलोत है ही । 

 मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेने के बाद उस समय सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने के नारे लगे थे । मंत्रिमंडल पर झगड़ा , सचिवालय में कमरों पर झगड़ा और ऐतिहासिक बाड़े बंदी भी इस सरकार मे  हुई है हिंदुस्तान की यह पहली ऐसी सरकार है जो 52 दिन तक बाडे में बंद रही।

वही पूनिया ने प्रदेश में अपराध को लेकर भी सरकार पर हमला बोला ओर कहा की भ्रष्टाचार के कारण ही सांगोद विधायक भरत सिंह कुंदनपुर द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बयान दिए ओर कुंदनपुर ने गृहमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाये थे । राजस्थान में सरकार ने जो वायदे किए हैं उसको लेकर यहां की जनता सरकार पर भरोसा नहीं कर रही है 2018 में कुछ बादे या घोषणा की उनको 2019 में पुरा कर देते लेकिन सरकार ने नही किये। 

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भीलवाड़ा आए थे लेकिन सरकार ने काफी जोर लगाया फिर भी भीड एकत्रित नहीं हुई थी क्योकी तुष्टीकरण के कारण कांग्रेस के चेहरे से नकाब उतर गया है।

कांग्रेस कह रही है कि परिवर्तन संकल्प यात्रा में भीड़ नहीं जुट रही है जिस सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि मैंने चौथे क्रमांक की यात्रा गोगा मेडी से शुरुआत की वह क्षेत्र किसान आंदोलन से प्रभावित क्षेत्र है जहा काफी भीड रही मैंने उस भीड का वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया।

ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का दामन थामा है जिस सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि जनसंघ के समय हमने शुरुआत की तब हमें प्रदेश में तीन प्रतिशत वोट मिले थे और प्रदेश में तीन लोकसभा की सीट मिली थी। 1967 में पहली बार जनसंघ का अच्छा खासा हिस्सा था हमारी पार्टी कैडर बैस पार्टी है
 हम दूसरी राजनीतिक पार्टियों जो लोग हमारी विचारधारा के साथ जुड़ना चाहते हैं और आमजन को जोड़कर हासिल किया है। हमारे साथ पार्टी की खूबियों के कारण लोग जुड़ रहे हैं हम राष्ट्रवाद के एजेंट पर काम करते हैं। कांग्रेस की नीति ओर उसमे सच्चाई होती तो उस पार्टी को कोई राजनेता नहीं छोड़ना चाहता। हमने हमारे विचार को स्वीकार करने वाले राजनेता का स्वागत किया जो हमारे विचार को मानते हैं यही हमारी सफलता है । इसिलए दूसरे दलों के राजनेता एक इच्छा के साथ भाजपा के साथ जुड़ते हैं जो भी राजनेता हमारी पार्टी से जुड़ता है उससे क्षेत्र में भौगोलिक दृष्टि से भी भाजपा को लाभ होगा।

 सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस में कोई गुट नहीं है सिर्फ खड़गे हुए राहुल गुट है जिस सवाल पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने पलटवार करते हुए कहा कि पायलट यह कहना चाह रहे हैं कि खडगे व राहुल अलग- अलग है लेकिन मुझे लगता है कि सचिन पायलट राजनीतिक रूप से परिपक्व है लेकिन उनके दिल का आलम सब जानते हैं मेरे अच्छे मित्र भी है सचिन पायलट ने अपना दर्द बया किया लेकिन ऐसा नहीं होता तो अब तक तो पायलट कभी के ही मुख्यमंत्री बन चुके  होते। कांग्रेस में अगर गुट नहीं होता तो जिस कुर्सी के सचिन पायलट हकदार थे वहा वे काबिज होते सचिन पायलट ने यह बयान दिया है तो आप समझिए कि व्यक्ति का हाजमा कितना भारी है।