भीलवाड़ा-तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पुत्र उदय निधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म की तुलना कोरोना, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी से करने के बाद अब संत समाज में आक्रोश फैल गया है। जहां हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसाराम जी महाराज की मौजूदगी में आज हरी सेवा उदासीन आश्रम परिसर में संत समाज, विश्व हिंदू परिषद , आर.एस.एस व सामाजिक संगठन से जुड़े पदाधिकारी के साथ बैठक आयोजित हुई। जहां बैठक में मंगलवार को सुबह 11:00 बजे तक भीलवाड़ा शहर बंद रखने के निर्णय के साथ ही संत समाज की मौजूदगी में भीलवाड़ा के सूचना केंद्र चौराहे पर एकत्रित होकर जिला कलेक्ट्रेट तक जुलूस के रूप में पहुंचेंगे और जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा जाएगा।
जहां हरी सेवा उदासीन आश्रम के महा मण्डलेश्वर हंसाराम जी महाराज ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पुत्र उदय निधि स्टालिन जो तमिलनाडु के राज्य मंत्री भी है उन्होंने जिस प्रकार से घातक रोग कोरोना मलेरिया वह डेंगू को खत्म करने के साथ कहा कि सनातन धर्म को भी हम उसी प्रकार खत्म कर देंगे उसको लेकर पूरे सनातन समाज व संत समाज में आक्रोश है । जहां देश में सबसे पहले सनातन धर्म समाज के आव्हान पर सुबह ग्यारह बजे तक स्वैच्छिक बंद रहेगा । जहा मंगलवार को सुबह 9:00 बजे सूचना केंद्र बजरंगी चौराहे पर सभा का आयोजन होगा उसके बाद संतो के नेतृत्व में सनातन धर्म से जुड़े हजारों महिला पुरुष जुलूस के रूप में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचेंगे जहां जिला कलेक्टर आशीष मोदी को राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री, रक्षामंत्री वह तमिलनाडु के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपा जाएगा । हमने मांग की है कि जिन्होंने सनातन धर्म के लिए बोला है उनको गिरफ्तार करें। हम उनके खिलाफ पुलिस को भी सूचना देंगे वह गिरफ्तारी की मांग करेंगे । अगर उन पर कार्रवाई नहीं होती है तो सनातन समाज जो भी निर्णय लेगा उस अनुरूप हम आगे कार्रवाई की मांग करेंगे।
इस दौरान महामंडलेश्वर हंसाराम जी ने सनातन धर्म का विरोध करने जैसे बयान की निंदा नहीं करने वाली राजनीतिक पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि अब तक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे ने जो सनातन धर्म के खिलाफ बयान दिया है उसकी निंदा सिर्फ भारतीय जनता पार्टी व उनके सहयोगी दल ने की। लेकिन जो वर्तमान में "इंडिया एयरलाइंस" है उसमें कहीं राजनीति पार्टीया है किसी ने भी सनातन धर्म के खिलाफ बयान देने वाले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे के खिलाफ नहीं बोला है। पिछले कुछ दिनों से अन्य राजनीतिक पार्टियों के राजनेता जो धार्मिक यात्रा, रुद्राक्ष बांटना व कावड़ बांटना जैसा आयोजन कर रहे हैं तो ऐसे में मेरा उन राजनीतिक पार्टियों के राजनेताओं से सवाल है कि क्या मजहब के नाम पर यह राजनेता केवल ढोग रच रहे थे या सनातन धर्म के साथ है उनका अभी तक किसी भी प्रकार का बयान नहीं आया है।
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