पीएम मोदी द्वारा दानपात्र मे डाले लिफाफे मे निकले 21 रूपये

भीलवाड़ा- जिले के आसींद क्षेत्र में स्थित देवनारायण जन्मस्थली की 1111 वो जन्मोत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भगवान देवनारायण के दर्शन कर विशाल धर्म सभा को संबोधित किया था । जहा 28 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान देवनारायण की जन्मस्थली पर भगवान देवनारायण के दर्शन किए थे इस दौरान मंदिर परिसर में रखे दान पत्र में बंद लिफाफा डाला था। उस समय से ही लोगो ने कयास लगाना शुरू कर दिया की आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवनारायण जन्मस्थली पर रखे दान पत्र में बंद लिफाफे में क्या डाला।

देवनारायण जन्म स्थल पर वर्ष में दो बार ही दान पत्र की पेटी खोली जाती है जहां एक बार देवनारायण जन्मोत्सव व दूसरी बार देवनारायण घोड़े के अवतार दिवस पर मंदिर कमेटी द्वारा दान पत्र की पेटी खोली जाती है। जहां लगभग 6 माह बाद भाद्रपद माह की छठ तिथि के दिन दान पत्र खोला जाता है इस दिन देवनारायण भगवान की घोड़े का अवतार हुआ था ।उसी दिन दान पत्र खोला जाता है इस बार देवनारायण भगवान के घोडे के अवतार दिवस के एक दिन बाद मंदिर कमेटी ने निर्णय लिया और मालासेरी में देवनारायण भगवान का दान पत्र खोला गया जिसमें तीन लिफाफे पाये गए जिसमें एक लिफाफा मे 2100 थे लेकिन उस लिफाफे पर नाम सुरेंद्र सिंह जाड़ावत जो की राजस्थान धरोहर प्राधिकरण। के अध्यक्ष है उनका लिखा हुआ था वही दूसरे लिफाफे पर बिना नाम का था और 101 रुपए निकले जबकि तीसरे सफेद लिफाफे को पीएम मोदी का बताया जिसमें 20 रूपये का एक नोट वह 1 रूपये का एक सिक्का निकला।

लिफाफा निकालने के बाद गुर्जर समाज के राजनेता अलग-अलग बयान दे रहे हैं जहां राजस्थान बीज निगम के अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने कहा कि देव दरबार के 1111 में प्राकट्य दिवस पर आए पीएम मोदी आये थे तब मोदी ने मन्दिर विकास के लिए कुछ नहीं दिया था।हजारों भक्तों की मौजूदगी में पीएम में भक्तों ने वादा किया था कि गुर्जर समाज को जो भी दिया वह मंदिर की दान पेटी में डाल दिया । लेकिन दान पेटी में लिफाफे में जो 21 रूपये निकले हैं वह गुर्जर समाज और देश के सामने आ गया क्या यही मोदी का विकास और समाज को तोहपा है ।

वहीं मालासेरी मंदिर की पुजारी हेमराज पोसवाल ने कहा कि पीएम मोदी जी-20 की मेजबानी भारत को मिलने के बाद मालासेरी आए थे उनके लिफाफे में निकला 20 का नोट जी 20 का प्रतीक है क्षेत्र में विकास के लिए केंद्र सरकार ने प्रस्ताव मांगे थे जिस पर कार्रवाई चल रही है।