केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का बडा बयान, चंबल रिवर फ्रंट बिना वैधानिक स्वीकृति के सरकार ने किये 1850 करोड रूपये खर्च, जबकि वहां नहीं है पर्यावरण स्वीकृति, गडयाली सेंचुरी क्षेत्र मे हुआ काम




भीलवाड़ा-केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज एक दिवसीय भीलवाड़ा जिले के प्रवास पर है जहां आसींद कस्बे के मुख्यालय पर भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा में सम्मिलित हुए इस दौरान उन्होने प्रेस से मुखातिब होते हुए प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि जिस तरह का समर्पण, आकांक्षा व जुड़ाव इस यात्रा में मिल रहा है वो इस बात का परिचायक है कि वर्तमान में राजस्थान की जनता सरकार से परेशान है जिसके कारण अतिशीघ्र अवसर मिलने पर यह जनता सरकार को उखाड़ फेंकने का मानस बना चुकी है। वर्तमान सरकार से किसान,आमजन व  युवा परेशान है प्रदेश मे बिजली के भारी संकट के चलते किसान परेशान है मुझे 10 -11 दिन से यात्रा के मौके पर राजस्थान के कई जिलों में घूमने का अवसर मिला सभी जगह बिजली नहीं होने के कारण से किसानो की फसल चौपट हो गई है पटवारी व गिरदावर की हड़ताल के चलते गिरदावरी नहीं हो पा रही है । राजस्थान में महिलाओं के सम्मान के साथ जिस तरह की घटना हो रही है वह किसी से छिपी हुई नहीं है भीलवाड़ा जिले के गंगापुर में भी एक महिला भोजन करने के बाद घर से बाहर निकली दरिंदे उसको उठाकर ले गये और गैंगरेप किया । पुलिस ने इस मामले में जले पर तेजाब छिड़कने काम किया क्योंकि कांग्रेस पार्टी की राजकुमारी उस दिन राजस्थान के दौरे पर थी और उस राजकुमार ने उत्तर प्रदेश में "लड़की हूं- लड़ सकती हूं" का नारा दिया था लेकिन राजकुमारी के सामने राजस्थान की हकीकत ना आ जाए इसलिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर घटना के तुरंत बाद पुलिस ने सत्य को दबाया। लेकिन सत्य को दबाया नहीं जा सकता। शाम होते-होते राजकुमारी प्रियंका गांधी वापस लौटी तो भीलवाड़ा पुलिस ने गैंगरेप के मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की ओर गैगरेप की कहा। सरकार द्वारा महिला को झूठा साबित करना इससे बड़ा अपराध नहीं हो सकता है । पुलिस मुख्यालय द्वारा गैंगरेप को ही झूठा बताया। राजस्थान की वर्तमान सरकार कानून व्यवस्था को लेकर पूर्ण रूप से विफल हो गई ओर सरकार द्वारा तुष्टीकरण किया जा रहा है । वही राजस्थान में भ्रष्टाचार का नंगा नाच हो रहा है  सरकार के ही मंत्री, विधायक सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ रहे हैं । राजस्थान के पूर्व मंत्री अपने केस मुंडन कराकर रावण दहन करने जैसा कदम उठाया है।मुझे लगता है कि प्रदेश की जनता सरकार को लेकर प्रतिक्रिया देने लगी है कि अब सरकार नहीं सर्कस बचा है सर्कस ज्यादा देर चलने वाला नहीं है सरकार का सर्कस खत्म होने वाला है।

मैं अपने 30 साल के अनुभव के आधार पर कह सकता हूं कि आगामी दिनो बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनने वाली है और इस सरकार की विदाई तय है

क्या मुख्यमंत्री के बेटे की हार का बदला आपसे लिया जा रहा है जिस सवाल पर गजेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के पुत्र की हार का तप व तेज मुझे तो सहना ही था लेकिन जोधपुर व मारवाड़ की जनता को सहना पडा . वहीं शेखावत ने चंबल रिवर फ्रंट को लेकर कहा कि राजस्थान के किसी नगर पालिका ,शहर या किसी भी क्षेत्र में एक दो कमरे का मकान बनाना होता है तो नक्शा स्वीकृत करवाना पड़ता है बिना पर्यावरण स्वीकृति कोई भी व्यक्ति छोटी भी खदान शुरू कर दे तो उस पर कार्रवाई की जाती है।

जहां शेखावत ने चंबल रिवर फ्रंट को लेकर सवाल खड़े किए और कहा कि मेरा प्रश्न यह है कि बिना किसी वैधानिक स्वीकृति के राजस्थान में सरकार ने 1850 करोड रुपए खर्च करके चंबल रिवर फ्रंट बनाया वह भी ऐसी जगह बनाया जिस जगह घड़ियाल की सेंचुरी है जबकि भारत सरकार का वन पर्यावरण मंत्रालय लगातार पिछले 8 माह से इस अवैधानिक व बिना अनुमति के हो रहे काम को रोकने के लिए चेतावनी व लिखकर दे रहा था लेकिन दुर्भाग्य यह है कि सरकार अराजक हो गई और इसको किसी तरह कानून का भय नहीं है सरकार की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। एक तरफ सरकार अराजक हो गई है दूसरी तरफ सरकार की अराजकता के चलते  किसी भी पर नदी पर किसी भी तरह का काम करना ओर उसके लिए सक्षम स्वीकृत नही लेना सरकार का काम है। चंबल रिवर फ्रंट के पास घड़ियाल से जुड़ी है ऐसे में उससे इफेक्ट हो रही लेकिन सरकार मानने में आजाद हो जाए.  सरकार ईस्टर्न कैनाल को लेकर घोषणा करते हैं उसमे भी यही स्थिति है न वहा टेक्निकल क्लीयरेंस है, न पर्यावरण स्वीकृती है बिना किसी अनुमति के लठ की ताकत पर सरकार बनाने कोशिश करती है जबकी उस मामले मे मध्य प्रदेश एग्रीड है राजस्थान के 13 जिलों की तीन करोड़ से ज्यादा लोगों के सुखे कंठो पर ताला लगाने की गहलोत सरकार काम कर रही है।