सचिन पायलट का बड़ा बयान बोले हमारी आवाज दबाना चाहे तो हम ऐसा होने नहीं देंगे

 

सचिन पायलट का बड़ा बयान सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद राहुल गांधी आज गये संसद, राहुल गांधी की सदस्यता बहाल की यह लोकतंत्र की हुई जीत, लोकतांत्रिक तरीके से हमारी आवाज दबाना चाहे तो हम ऐसा होने नहीं देंगे।

 भीलवाडा जागरूक- प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री कांग्रेस के वरिष्ठ राजनेता सचिन पायलट आज भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी क्षेत्र में नाबालिग बालिका के साथ गैंगरेप कर कोयले की भट्टी में जलाने के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे जहां शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता को लेकर प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद देना चाहूगा जिन्होंने जिस प्रकार से राहुल गांधी की सदस्यता बहाल की यह लोकतंत्र की जीत है।

सचिन पायलट कोटडी क्षेत्र में पहुंचे उससे पहले जहाजपुर, पंडेर ,शाहपुरा सहित हर ग्रामीण अंचल में सचिन पायलट का भव्य स्वागत किया गया इस दौरान सचिन पायलट ने प्रेस से मुखातिब होते हुए  कहा की राहुल गांधी की संसद सदस्यता की बहाली के बाद पहली बार राजस्थान के बांसवाड़ा में कल राहुल गांधी की रैली आयोजिय होगी। यह मान हानि का कानून डेढ़ सौ साल पुराना है इस कानून में अधिकतम सजा का प्रावधान 2 साल का है डेढ़ सौ साल में कभी किसी व्यक्ति को अधिकतम 2 साल की सजा नहीं हुई है 1 साल 11 महीने 25 दिन की होती तो सदस्यता नहीं जाती । गुजरात के किसी व्यक्ति ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था। जहा सेशन कोर्ट ,लोवर कोर्ट और हाई कोर्ट ने सजा दे दी और सजा 2 साल की हो जिससे उनकी सदस्यता चली जाए। लेकिन मैं देश की सर्वोच्च न्यायपालिका को धन्यवाद देना चाहता हूं सुप्रीम कोर्ट का जिन्होंने जिस प्रकार से राहुल गांधी की सदस्यता बहाल की यह लोकतंत्र की जीत है लोकतांत्रिक तरीके से हमारी आवाज दबाना चाहे तो हम ऐसा होने नहीं देंगे। जब से सुप्रीम कोर्ट का राहुल जी का निर्णय आया है वे सदन में गए हैं । एक नई ऊर्जा पार्टी के लोगों में आएगी और हमारा इंडिया अलायंस है वो और मजबूत होकर उभरेगा और विपक्ष के तमाम सांसद और मजबूत होकर अपना पक्ष रखेंगे। राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने के बाद उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम है इसके लिए वो राजस्थान आ रहे हैं पूरे प्रदेश की जनता उनका स्वागत करेगी जो मीटिंग होने जा रही है वह ऐतिहासिक एक मीटिंग होगी।

 जब पायलट से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान की में मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ना चाहता हूं पर वह नहीं छोड़ती है यह पूछा गया तो वह बिना कोई जवाब दे आगे बढ़ गए।