चरण पादुका पूजन करके हरी शेवा आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया

भीलवाड़ा जागरूक- भीलवाड़ा में गुरुजनों को समर्पित गुरु पूर्णिमा का पर्व हरी शेवा उदासीन आश्रम में बड़े हर्ष एवं श्रद्धा भाव से मनाया गया। महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन के सानिध्य में संत मायाराम, संत राजाराम, संत गोविंदराम, ब्रह्मचारी संत इंद्रदेव, सिद्धार्थ, कुणाल, मिहिर सहित श्रद्धालुओं ने जगद्गुरु श्री श्रीचंद्र जी महाराज, गुरुजनों की समाधियों, चरण पादुका, छड़ी साहब का वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजन अर्चन किया। 
पंडित सत्यनारायण शर्मा, पंडित मनमोहन शर्मा पंडित प्रशांत जोशी द्वारा मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ एवं हवन किया गया। आश्रम के संतों, शिष्यों, भक्तों व श्रद्धालुओं ने हरी शेवा आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रद्धालुओं ने अपने सतगुरु बाबा आत्माराम साहब, बाबा मनीराम साहब ,बाबा कृपाराम साहब, बाबा हरिराम साहब ,बाबा शेवाराम साहब, बाबा गंगाराम साहब को तिलक, चंदन केसर श्रीफल एवं पुष्प अर्पित कर शीश निवाया और सिमरन किया। संतो एवं अनुयायियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गणपति पूजन कर, समाधि साहब एवं श्री हरि सिद्धेश्वर मंदिर में पूजन अर्चना और अभिषेक किया। 
महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने गुरुजनों को पथ प्रदर्शक बताते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा का पर्व हमारे जीवन में विशेष ऊर्जा का संचार करता है। उन्होंने बताया कि गुरु हमारे चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का एक ऐसा क्षेत्र उत्पन्न करते हैं जिससे हम अपनी समस्त समस्याओं को सहज ही हल कर सकते हैं। 
कार्यक्रम में आश्रम के संतों सहित ट्रस्टी-सचिव हेमंत वच्छानी, भक्त सुरेश आहूजा, जयराम अभिचंदानी, पल्लवी वच्छानी , राहुल बालानी , प्रकाश मूलचंदानी, लछमन दौलतानी, कन्हैया लाल मोरयानी, गोपाल नानकानी, हीरालाल गुरनानी, पुष्पा दौलतानी, रमेश नेभवानी, धन्नालाल माली, हरीशेवा एसटीसी विद्यालय के सचिव ईश्वरलाल आसनानी, प्राचार्य कैलाश श्रोत्रिय, स्टाफ एवं विभिन्न स्थानों से आये अनुयायिगण उपस्थित रहे। आज पूर्णिमा पर संध्याकालीन सत्र में पूज्य बाबा शेवाराम साहेब जी का मासिक प्राकट्य उत्सव भी मनाया गया। सत्संग में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी ने गुरु तुहिन्जा वचन सुहाना , सत्गुरु जी पूजा कयूँ सत्गुरु जो ध्यान धरयूँ भजन गाकर अपने गुरुओं की स्तुति की एवं सभी से गुरु के वचनों का पालन करने को कहा। आश्रम के ब्रह्मचारी बालकों ने भजन घर घर में आ पूजा मुहिंजे सत्गुरु शेवाराम जी , गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद सहित अनेक भजन गाकर गुरु की महिमा का बखान किया। श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया। अन्नपूर्णा रथ के माध्यम से जरूरतमंदों के लिए अन्न सेवा हुई।