जिले में बंपर मात्रा में हुई खरीफ की फसल की बुवाई, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक की किसानों से अपील, जल्द करें निराई गुड़ाई जिससे खरीफ की फसलों में रह सके नमी संरक्षित


 भीलवाड़ा-जिले में हाल ही में हुई ब्रिप्रजॉय तूफान व मानसून की बरसात के बाद जिले में किसानों ने इस बार बंपर तौर पर खरीफ की फसल की बुवाई की है। जहां भीलवाड़ा में इस बार सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुवाई हुई है। वही किसानो ने खरीफ की फसल मैं नमी संचित रखने के लिए निराई गुड़ाई भी शुरू कर दी है।

 जहा भीलवाड़ा जिले के कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक इन्द्र सिह संचेती ने कहा कि भीलवाड़ा जिले में जून माह में हुई बारिश किसानों के लिए काफी लाभदायक रही है । भीलवाड़ा जिले में जून माह में 190 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई इस बारिश से किसानों ने खरीफ की फसल के रूप में मूंग, उड़द ,तिल, ग्वार, ज्वार, मक्का, सोयाबीन की फसल की बुवाई शुरू कर दी है . वही भीलवाड़ा कृषि विभाग ने इस वर्ष खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य 4 लाख 32 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य रखा था उसके विरुद्ध जिले मे  3 लाख 45 हजार हेक्टेयर भुमि में बुआई कर 80 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है । इस बार किसानों ने गत वर्ष की तुलना में मक्के की फसल की ज्यादा बुवाई की है। साथ ही जहा बरसात ज्यादा हुई वहां किसान अभी भी बुवाई का इंतजार कर रहे हैं जल्द ही वो किसान बुआई कर लेगे जिससे हम लक्ष्य हासिल कर लेंगे ।

वही खरीफ की फसल में जो खरपतवार है उसको नष्ट करने के लिए किसान वर्तमान में फसलों की निराई गुड़ाई कर रहे हैं। मैं किसानों से यह सलाह देता हूं कि अभी मौसम साफ है ऐसे में किसान अपनी खरीफ की फसल की निराई- गुड़ाई समय पर कर ले जिससे उस फसल में नमी संरक्षित बनी रहे। अगर वर्तमान में फसल में खरपतवार नष्ट हो जायेगा तो फसल अच्छी होगी । भीलवाड़ा जिले में उर्वरक की कोई कमी नहीं है बाजार में पर्याप्त मात्रा में खाद व बीज उपलब्ध है किसान को किसी प्रकार की समस्या नही हो उसके लिए कृषि विभाग ने हेल्पलाइन शुरू की है उस पर किसान संपर्क कर सकते हैं। वही हमारे द्वारा जिले के तमाम कृषि पर्यवेक्षकों को फील्ड में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं उनको कहा कि आप किसान के खलियान में जाकर उनको खरीफ की फसल के लाभ के बारे में बताएं ।

बाइट- इंद्र सिंह संचेती 
संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग भीलवाड़ा