मांडल में उपखंड स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर आयोजित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए सिद्धांतों को करें आत्मसात्- राजस्व मंत्री


भीलवाड़ा- हम सभी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताएं सिद्धांतों को आत्मसात् करना चाहिए। यह बात राजस्व मंत्री  रामलाल जाट ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मांडल में आयोजित एक दिवसीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के दौरान कहीं।

राजस्व मंत्री ने गांधी दर्शन की प्रासंगिकता के बारे में प्रशिक्षणार्थियों को बताया। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन की प्रासंगिकता समय के साथ और बढ़ी है। महात्मा गांधी मानवता का अतीत नहीं होकर विश्व का भविष्य है। इसके माध्यम से विश्व की समस्त समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।  जाट ने कहा कि प्रशिक्षणार्थी शिविर के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त करके महात्मा गांधीजी के विचारों को आमजन तक पहुंचाएंगे।
 
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देशवासियों में  चेतना जागृत की। इसी का परिणाम रहा कि उनके आह्वान पर पूरा देश सहभागी बना। आजादी के संघर्ष में आमजन को जोड़ा।  उनका विराट व्यक्तित्व आजादी के संघर्ष की समस्त धाराओं के संगम के रूप में सामने आया।
 
शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आमजन के जीवन में गुणात्मक बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधीजी का व्यक्तित्व एक जीवन दर्शन है। अन्तिम छोर तक बैठे व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि  युवा गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर में अधिकाधिक भाग लेवें।
 
शिविर में राज्य सरकार की  जनकल्याणकारी फ्लैगशिप योजनाओं मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना, कामधेनु पशु बीमा योजना आदि की जानकारी दी गई।

शिविर में दौरान उपखंड अधिकारी  हुक्मीचंद रोलानिया, सहायक प्रोफेसर डॉ पयोद जोशी एवं अन्य गांधीवादी विचारकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम में मांडल प्रधान  शंकरलाल कुमावत, बीडीओ  संदेश पाराशर, शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ से मांडल ब्लॉक संयोजक  अनवर अंसारी, सहसंयोजक  सत्यनारायण मंडोवरा सहित जनप्रतिनिधि, गांधीवादी विचारक व प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।