शाहपुरा के लाल वैभव उपाध्याय की बड़ी उपलब्धि, मिशन मंगल यान के बाद चन्द्रयान-3 में बतौर अल्टीमीटर डिजाइनिंग इंचार्ज के रूप में हुए शामिल, माता-पिता को अपने बेटे पर हो रहा गर्व, शहरवासियों ने मुंह मीठा करवा किया स्वागत अभिनंदन

शाहपुरा-इसरो की ओर से निर्मित एवं संचालित चंद्रयान-3 की लांचिंग में राजस्थान के नवसृजित शाहपुरा जिले के मूल निवासी वैभव उपाध्याय की भी बड़ी उपलब्धि है। वैभव ने इसमें अल्टीमीटर डिजाइनिंग इंचार्ज के रूप में शामिल होकर शाहपुरा के साथ ही राजस्थान का नाम भी पूरे देश-विदेश में रोशन किया है। शाहपुरा के वैभव के चंद्रयान टीम में शामिल होने व उसके लॉन्चिंग के बाद आज शनिवार को उसके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। वैभव के माता पिता भी यहां अपने बेटे पर गर्व करते हुए खुश दिखे। वैभव के माता-पिता का नजरभाटा स्थित आवास पर आज पड़ोसियों व अन्य शहर वासियों ने पहुंचकर साफा बंधवा, शॉल ओढ़ाकर व माला पहनाकर स्वागत किया और मिठाई खिलाकर बधाई दी। शाहपुरा के वैभव उपाध्याय जनवरी 2006 में बतौर साइंटिस्ट इसरो में पदस्थ हुए थे इसके बाद मिशन मंगलयान का भी वे हिस्सा रहे तथा मिशन चंद्रयान प्रथम व द्वितीय तथा अब मिशन चंद्रयान तृतीय का भी ये हिस्सा बने हैं जिससे शहर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। वैभव के पिता सत्य स्वरूप उपाध्याय सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी हैं तथा माता विष्णुकांता सेवानिवृत्त शिक्षिका है। अभी वर्तमान में वैभव इसरो अहमदाबाद में बतौर सांइटिस्ट कार्यरत हैं। 

बाइट - सत्यस्वरूप उपाध्याय, वैभव के पिता 
बाइट - विष्णुकांता उपाध्याय, वैभव की माता