जिला स्तरीय कृषक संवाद कार्यक्रम 10 जुलाई को, किसान आयोग के अध्यक्ष श्री महादेव सिंह खण्डेला नगर परिषद टाउन हॉल में किसानों से होगे रूबरू

 

जिला स्तरीय कृषक संवाद कार्यक्रम 10 जुलाई को, किसान आयोग के अध्यक्ष श्री महादेव सिंह खण्डेला नगर परिषद टाउन हॉल में किसानों से होगे रूबरू

भीलवाड़ा जागरूक | राजस्थान सरकार द्वारा राज्य में कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य क्षेत्र के समग्र विकास एवं किसानों, पशुपालकों एवं कृषि श्रमिकों की समस्याओं की जानकारी प्राप्त करने कृषि उत्पादकता एवं निर्यात में वृद्धि, कृषि हेतु ऋण की व्यवस्था, ग्रामीण समुदाय के आर्थिक व सामाजिक मुद्दों पर नीतिगत निर्णय, तकनीकी के विकास, आगम निगम मूल्यों के निर्धारण, फार्म व गैर फार्म प्रक्षेत्र की आय में वृद्धि, कृषि उत्पादों की गुणवत्ता एवं उनके राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोशन इत्यादि विषयों की जांच एवं समीक्षा कर राज्य सरकार को उचित सुझाव प्रदान करने एवं कृषक संगठनों से वार्ता कर उनकी मांगों से सरकार को अवगत करवाने के लिए किसान आयोग का गठन किया है।


राज्य की कृषि, पशुपालन एवं संबद्ध क्षेत्रों की समस्याओं की जानकारी प्राप्त करने के लिये राजस्थान किसान आयोग द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में स्थानीय स्तर पर किसानों की समस्याओं की जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में कृषि एवं सम्बद्ध विभागों के विशेषज्ञों व उच्चाधिकारियों से भी सीधे बैठकें करके कृषि क्षेत्र में हो रहे नये प्रयोगों एवं नवीन तकनीकी की जानकारी एवं अनुसंधान में आ रही बाधाओं के संबंध में कृषि विश्वविद्यालयों/ अनुसंधान केन्द्रों के विशेषज्ञों, सम्बद्ध विभागों के अनुभवी अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं से भी चर्चा की जानी है।


संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) इन्द्रसिंह संचेती ने बताया कि इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए 10 जुलाई सोमवार को किसान आयोग के अध्यक्ष श्री महादेव सिंह खण्डेला भीलवाड़ा आ रहे हैं इनके साथ किसान आयोग के सदस्य कृषि वैज्ञानिक डॉ जी.एल. केसवा, फसलोत्तर प्रबन्ध विशेषज्ञ डॉ बीरबल, जैव कृषि विशेषज्ञ प्रो. ओ.पी. खेदड, प्रगतिशील महिला कृषक श्रीमती सोहनी चौधरी, कृषि अर्थशास्त्री डॉ. एस.एस. बुरडक एवं आयोग की उप सचिव डॉ. नीता भी आयेगी।


किसान आयोग की टीम 10 जुलाई सोमवार को प्रातः 11 बजे नगर परिषद टाउन हॉल में जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 250 किसानों से रूबरू होकर कृषि उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता आदि से सम्बन्धित समस्याओं को सुनेंगे एवं उनके निराकरण हेतु सुझाव भी आमंत्रित करेंगे।


संवाद कार्यक्रम में भाग लेने हेतु प्रगतिशील नवाचारी कृषक, पशुपालक, मत्स्य पालन, कुक्कुट पालक, मंडी श्रमिक, किसान संगठन, स्वयंसेवी संस्थाएं एवं अन्य स्टेक होल्डर्स को आमंत्रित किया गया है। सम्बन्धित विभागों के अधिकारी भी संवाद कार्यक्रम में भाग लेंगे।