अजमेर डिस्कॉम ने 733 जगह पर पकड़ी बिजली चोरी, 324 स्थानों पर बिजली के दुरुपयोग के मामले आए सामने

अजमेर डिस्कॉम ने 733 जगह पर पकड़ी बिजली चोरी, 324 स्थानों पर बिजली के दुरुपयोग के मामले आए सामने, 3.09 करोड रूपये लगाया जुर्माना, जारी रहेगा अभियान


अजमेर जागरूक। अजमेर विद्युत वितरण निगम ने डिस्कॉम के सभी 11 जिलों में बिजली चोरों के खिलाफ जंग छेड़ दी है। निगम द्वारा चलाए जा रहे सतर्कता अभियान के तहत 15 जून को डिस्कॉम के टीम ने एक साथ 5582 जगहों पर सतर्कता जांच की। इनमें 733 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी गई है तथा 324 स्थानों पर बिजली के दुरुपयोग के मामले पकड़े गए है। इन सभी पर कुल 3.09 करोड रूपये जुर्माना लगाया गया है।


अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री एन एस निर्वाण ने बताया कि डिस्कॉम ने पिछले वर्ष की तरह इस बार फिर बिजली चोरों को सबक सिखाने और राजकोष को घाटा पहुंचाने से रोकने के लिए सतर्कता अभियान शुरू किया है। डिस्कॉम ने इस साल 10 प्रतिशत से कम बिजली छीजत का लक्ष्य रखा है। इसके लिए यह  अभियान शुरू किया गया है।


उन्होंने बताया कि निगम की ओ. एण्ड एम., एमएन्डपी व विजिलेंस शाखा के अभियंताओं को सतर्कता जांच करने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि 15 जून को निगम के इंजीनियरों ने 11 जिलों में 5582 परिसरों की जांच की, जिसमें 733 विद्युत चोरियाँ पकडी गई। निगम ने बिजली चोरों पर 1.82 करोड रूपये का जुर्माना लगाया है। इसी तरह 324 स्थानों पर बिजली के दुरुपयोग के मामले डिस्कॉम को टीम ने पकड़े है। इन पर कुल 1.27 करोड़ रुपयों का जुर्माना लगाया गया है। सतर्कता अभियान से डिस्कॉम की टीम को बड़ी सफलता मिली है।


श्री निर्वाण ने बताया कि डिस्कॉम की टीम में सबसे अधिक चित्तौड़गढ़ जिले के अभियंताओं ने 111 विद्युत चोरी के मामले पकडे़ जिन पर 27.71 लाख रूपये जुर्माना लगाया। इसके अतिरिक्त अजमेर शहर वृत में 10, अजमेर जिलावृत में 13, भीलवाड़ा में 48, सीकर में 57, उदयपुर में 32, राजसमंद में 3 , बांसवाड़ा में 23, डुंगरपुर में 15 , नागौर में 98, प्रतापगढ़ में 18 मामले व झुंझनु में 104 मामलें विद्युत चोरी के बनाए गए। इसके अतिरिक्त निगम की विजिलेंस विंग ने 176 तथा एमएंडपी विंग ने 25 विद्युत चोरियां पकड़ी। इसके अतिरिक्त डिस्कॉम ने 324 जगह विद्युत के गलत इस्तेमाल के मामलें दर्ज किए जिसका 1.27 करोड़ रुपयों का जुर्माना लगाया गया।


प्रबन्ध निदेशक श्री एन एस निर्वाण ने बताया कि आने वाले समय में इस अभियान को और अधिक गति दी जाएगी, जिससे विद्युत छीजत में कमी की जाकर लक्ष्यों को हासिल किया जा सके।