4 साल की मासूम बालिका तक्शवि का कंप्यूटर जैसा दिमाग

भीलवाड़ा शहर की रहने वाली 4 साल की तक्शवि सोडानी का दिमाग कंप्यूटर से कम नहीं है। जहा तक्शवि डेढ वर्ष की थी तब उनको हनुमान चालीसा कंठस्थ याद थी। उसके बाद वर्तमान में 192 देशों के प्लेग ( झंडे ) पहचान कर उस देश का नाम बता देती है । साथ ही भारत के प्रत्येक राज्य को जोड़कर संपूर्ण भारत का नक्शा बनाकर प्रत्येक राज्य की राजधानी का नाम बता देती है जैसे-जैसे तक्शवि की सोच बढ़ती गई वैसे-वैसे स्काइटिंग, हारमोनियम बजाना सहित कहीं विद्या में निपुण हैं। वर्तमान में तक्षवी सोडानी को शिव तांडव स्तोत्र कंठस्थ याद है जिसको प्रतिदिन अपने दादा-दादी माता-पिता व परिवार वालो को सुनाती है।

भीलवाड़ा जागरूक| अगर संस्कारित परिवार में बाल्यकाल से ही बच्चों को अच्छी शिक्षा दी जाती है तो वह बड़े होकर परिवार सहित समाज व देश का नाम रोशन करते हैं यही कर दिखाया भीलवाड़ा शहर की 4 साल की मासूम बच्ची तक्शवि सोडानी ने। जहा तक्शवि को उनके दादा गोविंद सोडानी दादी माता- पिता हमेशा धार्मिक भावनाओं के अच्छे संस्कार के साथ ही जी.के. भी विकसित किया जिसकी बदौलत 4 साल की मासूम का जनरल नॉलेज कौटिल्य के समान है।



 जहां तक्शवि जब डेढ वर्ष की थी तब उसको हनुमान चालीसा कंठस्थ याद थी उसके बाद धीरे-धीरे उनकी माता ने अलग-अलग देशों के फ्लैग लेकर आई और फ्लैग दिखाकर तक्शवि से प्रतिदिन सवाल-जवाब करती थी ऐसे बालिका का ज्ञान वर्धन होता रहा और वर्तमान में 192 देशों के फ्लैग यानी झंडे देखकर उस देश का नाम बता देती है । तक्सवी के दिनचर्या की शुरुआत प्रतिदिन सुबह उठते ही स्नान करने के बाद पूजा पाठ करती है उस दौरान हनुमान चालीसा व शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करती है। उसके बाद मकान के बाहर स्काटिग भी करती है वही दिन में घर के अंदर बैठकर हारमोनियम बजाती है उस हारमोनियम में भी भगवान श्री कृष्ण भगवान श्री राम के भजनों की धुन निकालती है।



भीलवाड़ा जागरूक की टीम भी तक्शवि के मकान पहुंची जहां मासूम बालिका हारमोनियम बजाते हुए शिव तांडव स्तोत्र की धुन निकाल रही। जिन्होंने भीलवाड़ा जागरूक से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कहा कि मुझे हनुमान चालीसा , फ्लैग, कंट्री मैप, मैप बनाना , मैप को बोलना, स्कार्डिग, हारमोनियम बजाना आता है। मैंने शिव तांडव स्त्रोत भी याद कर लिया यह भैया व मम्मा ने सिखाया है । मैं भविष्य में महाराणा प्रताप बनना चाहती हूं।