भीलवाड़ा जागरूक- कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 कार्यक्रम के तहत् मोटे अनाजों के पोषण मूल्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु मोटा अनाज आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन सुवाणा पंचायत समिति के गाँव धूमड़ास में किया गया।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव ने मोटे अनाज ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी एवं कुट्टु को पोषक एवं स्वास्थ्यवर्धक बताते हुए इनके मूल्य संवर्धन को अतिरिक्त आमदनी का जरिया बताया। डॉ यादव ने बताया कि मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जिले के किसानों को प्रेरित किया जा रहा है ताकि उनके पोषण स्तर में सुधार के साथ-साथ अधिक आमदनी अर्जित की जा सके।
प्रोफेसर शस्य विज्ञान डॉ. के. सी. नागर ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक आहार में मोटे अनाज को शामिल करना होगा जिससे किसानों का प्रोत्साहन मिलेगा और उचित मूल्य भी प्राप्त होगा। डॉ. नागर ने बताया कि मोटे अनाज की खेती के लिए कम पानी एवं उर्वरक की आवश्यकता होती है साथ ही यह कम उपजाऊ मिट्टी एवं उच्च तापमान में भी अच्छा उत्पादन देते है।
वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता श्री प्रकाश कुमावत ने बताया कि मोटा अनाज आधारित व्यंजन प्रतियोगिता में ज्वार एवं बाजरा से राब, खट्टा-मीठा खीच, लड्डु, मुरमुरे बनाये गये। प्रतियोगिता में प्रथम सुरता गाडरी, द्वितीय लाली गाडरी, तृतीय रामकन्या गाडरी, चतुर्थ पिंकी जाट एवं पंचम ललिता गुर्जर रही जिन्हें केन्द्र द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र दिए गए। सहायक कृषि अधिकारी नन्द लाल सेन ने बताया कि प्रतियोगिता का 35 महिलाओं की सहभागिता रही।
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