प्रशासन के दावों की खुली पोल, देवरों पर धोक देने पहुंचे नाबालिग जोड़े

 

पुलिस एवं प्रशासन भले ही बाल विवाह को लेकर लाख दावे करते हैं और जगह-जगह जागरूकता शिविर लगाए जाते हैं लेकिन इस बार प्रशासन के दावे भी धरातल पर फेल होते नजर आ रहे हैं जिनकी बानगी आज भीलवाड़ा जिला मुख्यालय पर देखने को मिली । 

भीलवाड़ा जागरूक

जिन हाथों में कलम होनी चाहिए उन हाथों में इस बार वैशाख पूर्णिमा यानी पीपल पूर्णिमा के दिन हुए अबूझ सावे के दिन परिणय सूत्र की डोरी में बंध गए हैं जहां बाल विवाह के बाद नव दम्पत्ति देवी देवताओं के सपत्निक धोक लगा रहे हैं।

 


पुलिस एवं प्रशासन भले ही बाल विवाह को लेकर लाख दावे करते हैं और जगह-जगह जागरूकता शिविर लगाए जाते हैं लेकिन इस बार प्रशासन के दावे भी धरातल पर फेल होते नजर आ रहे हैं जिनकी बानगी आज भीलवाड़ा जिला मुख्यालय पर देखने को मिली । जहां हाल ही में वैशाख पूर्णिमा यानी पीपल पूर्णिमा के दिन हुए विवाह संस्कार के बाद अपने देवी देवताओं के धोक लगाते हुए मासूम दूल्हा-दुल्हन नजर आ रहे हैं। जहां दूल्हा दुल्हन को अपने परिवार के लोग अपने पुत्र व देवताओं के धूप अगरबत्ती कर धोक लगवा रहे हैं इस दौरान दूल्हा भी दुल्हन के हाथ मैं बंधा हुआ धागा खोलता नजर आ रहा है।