कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत होने के बाद भी किसी भी प्रत्याशी को चुनाव मैदान में नहीं उतारा, वही भाजपा के पास बहुमत नही होने के कारण निर्दलीय को समर्थन दिया था। ऐसे में निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले जितेन्द्र मूंदड़ा निर्विरोध प्रधान चुने गए।
भीलवाड़ा जागरूक- जिले के मांडलगढ़ पंचायत समिति में तत्कालीन प्रधान सतीश जोशी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद आज प्रधान पद के लिए उपचुनाव हुए । जिसमें कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत होने के बाद भी किसी भी प्रत्याशी को चुनाव मैदान में नहीं उतारा वही भाजपा के पास बहुमत नही होने के कारण निर्दलीय को समर्थन दिया था ऐसे में निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले जितेन्द्र मूंदड़ा निर्विरोध प्रधान चुने गए।
मांडलगढ़ पंचायत समिति के प्रधान पद के लिए आज हुए उपचुनाव में भाजपा कांग्रेस की ओर से किसी भी सदस्य ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया था ऐसे में अनाज व्यापारी जितेन्द्र मूंदड़ा जिन्होंने पंचायत समिति सदस्य के रूप में कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ा था और आज अपनी पार्टी से बगावत कर निर्दलीय प्रधान पद के रूप में नामांकन दाखिल किया और भाजपा व कांग्रेस की ओर से किसी को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने के कारण जितेंद्र मूंदड़ा निर्विरोध मांडलगढ़ पंचायत समिति के प्रधान बने। 17 फरवरी से ही मांडलगढ़ पंचायत समिति के प्रधान का पद रिक्त चल रहा था जहां पूर्व प्रधान सतीश जोशी के खिलाफ भाजपा व अपनी ही पार्टी कांग्रेस के पंचायत समिति सदस्यों ने मिलकर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। जहा अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के कारण सतीश जोशी पंचायत समिति सदस्यों में विश्वास नहीं जता पाए और उन्होंने अपना प्रधान पद खोना पड़ा। आज निर्वाचन विभाग की ओर से प्रधान पद के लिए पुन उपचुनाव हुए। ऐसे में कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले जितेंद्र मूंदड़ा र्निविरोध प्रधान चुने गए ।उसके बाद क्षेत्र से भाजपा विधायक गोपाल खंडेलवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली सहित कई भाजपा के राजनेताओं ने प्रधान का स्वागत किया।
मांडलगढ़ में जब पंचायत राज के चुनाव हुए थे उस समय कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला था जहां पंचायत समिति के 23 सदस्यों में से कांग्रेस को 15, बीजेपी को सात और एक निर्दलीय पंचायत समिति सदस्य विजई हुऐ थे । उस समय कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के ओएसडी मनीष जोशी के बड़े भाई सतीश जोशी को प्रधान पद का उम्मीदवार बनाया था और सतीश जोशी प्रधान पद पर विजई हुए थे लेकिन फरवरी माह में अपनी ही पार्टी के साथ भाजपा के पंचायत समिति सदस्यों ने मिलकर प्रधान सतीश जोशी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था जहां सतीश जोशी विश्वास नहीं जता पाए।
पार्टी से की बगावत बने प्रधान- आज हुए प्रधान पद के उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी से पंचायत समिति सदस्य के रूप में विजई हुए जितेंद्र मूंदड़ा ने कांग्रेस पार्टी से बगावत कर आज निर्वाचन अधिकारी के समक्ष निर्दलीय प्रधान पद के प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया । जहां कांग्रेश के पास बहुमत होने के बाद भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतारने वह मूंदड़ा को भाजपा का समर्थन मिलने से निर्दलीय जितेंद्र मूंदड़ा प्रधान बने।
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