भीलवाडा जागरूक - भीलवाड़ा की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए पत्थरगढ़ी के मामले मे न्यायालय के आदेश की पालना के एवज में 3000 रूपये की रिश्वत लेते बनेडा तहसील की महुआ खुर्द भूअभिलेख निरीक्षक लालाराम कुमावत को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
जहां भीलवाड़ा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बृजराज सिंह चारण ने कहा कि बनेड़ा तहसील की खेडलिया गांव निवासी परिवादी देवी सिंह पिता लाल सिंह राणावत ने बनेड़ा उपखंड न्यायालय में अपनी कृषि भुमि की पत्थरगढी करवाने की वाद दायर किया था जहां न्यायालय ने देवी सिंह की कृषि भूमि पर पत्थर गड्डी के आदेश जारी किए जिसकी पालना बनेड़ा तहसील की महुआ खुर्द भूअभिलेख निरीक्षक लालाराम कुमावत को करनी थी । जहां भूअभिलेख निरीक्षक ने परिवादी देवी सिंह से 6000 रूपये की रिश्वत की मांग की थी जिस पर परिवादी ने 2000 उसी समय दिए और शेष 4000 रूपये पत्थर गड्डी करने के लिए रिश्वत की और मांग की गई। परिवादी की शिकायत पर 17 मई को रिश्वत राशी की मांग का सत्यापन करवाया गया तो परीवादी के कहने पर भूअभिलेख निरीक्षक 3000 लेने को राजी हुआ । जहा आरोपी भू अभिलेख निरीक्षक लाला राम कुमावत परिवादी देवी सिंह राणावत से आज उनके गांव खेड़लिया मकान पर पहुंचा और 3000 रूपये की रिश्वत प्राप्त कर पेंट की जेब में रख ली । जहा मौका पाकर एसीबी की टीम ने भू अभिलेख निरीक्षक को गिरफ्तार करते हुए पैंट की जेब में 3000 रूपये की रिश्वत राशि भी बरामद कर ली है । वही एसीबी ने भूअभिलेख निरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम में मामला दर्ज कर मकान व अन्य स्थानों पर तलाशी ले रही है । कार्रवाई के दौरान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाड़ा के पुलिस उपाधीक्षक शिव प्रकाश टेलर, हेड कांस्टेबल गोपाल जोशी, प्रह्लाद कुमार पारीक ,प्रेमराज ,रामेश्वर लाल, शिवराज सिंह ,अशोक, विनोद मौजूद रहे।
तहसील क्षेत्र में मचा हड़कंप -एक और सरकार प्रशासन गांवों के संग अभियान चला रही है वहीं दूसरी ओर पत्थर गड्डी की पालना के एवज में भूअभिलेख निरीक्षक द्वारा 3000 की रिश्वत लेने की भनक जैसे ही बनेड़ा तहसील कार्यालय में मिली तो वहां हड़कंप मच गया।
Social Plugin