देश का भविष्य उज्ज्वल,पुनः राष्ट्रगुरु बनेगा भारत-राष्ट्र सन्त कमल मुनि


-देश भर में 80 हजार किमी की यात्रा करते हुए बिजौलियां पहुंचे मुनि
बिजौलियां(जगदीश सोनी)।गौरक्षा,व्यसन मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण,सर्वधर्म सद्भाव,अहिंसा और राष्ट्रीय एकता के लिए सतत प्रयासरत राष्ट्रसंत कमल मुनि 'कमलेश'   देश भर में 80 हजार किलोमीटर की यात्रा करते हुए सोमवार शाम बिजौलियां पहुंचे।कमल मुनि ने मंगलवार को श्री वर्धमान जैन स्थानक में पत्रकारों से  वार्ता करते हुए गौरक्षा, अध्यात्म, संस्कृति, राजनीति और  समसामयिक विषयों पर चर्चा की।इस दौरान मुनि ने कहा कि भारत का भविष्य उज्ज्वल हैं।आने वाले समय में पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति का परचम फहराएगा और भारत पुनः विश्वगुरु बनेगा।गौरक्षा पर मुनि ने कहा कि मार्बल से बनी  गाय के मंदिर के लिए करोड़ों खर्च कर दिए जाते हैं लेकिन जीवित गायों के संरक्षण के लिए उचित प्रयास नहीं किए जाते हैं।मुनि ने  गांव-गांव गौशाला खोलने और गोचर भूमि को माफियाओं से मुक्त करवाने की बात भी कही।मुनि ने कहा कि  कट्टरता ही हिंसा की जननी हैं।आश्चर्य हैं कि आज का व्यक्ति सिद्धांतों के प्रति कट्टर नहीं हैं लेकिन पन्थों के प्रति कट्टर हैं।जो कट्टरता की बात करता हैं वह धर्म द्रोही व राष्ट्रद्रोही हैं।धर्म वही महान हैं जो राष्ट्ररक्षा की प्रेरणा दे।मुनि ने धार्मिक व्यक्ति के लिए पांच सूत्री आचार संहिता आवश्यक बताते हुए कहा कि धार्मिक व्यक्ति को नैतिक,नशामुक्त,पर्यावरण रक्षक,देशभक्त होने के साथ ही समन्वय,प्रेम व अहिंसा में विश्वास होना चाहिए।देश की कानून व्यवस्था को लेकर मुनि ने कहा कि जिस तरह सबको वोट देने का समान अधिकार हैं उसी तरह कानून भी सबके लिए समान होना चाहिए।मुनि ने नशे को आतंकवाद से भी खतरनाक बताते हुए कहा कि नशीली वस्तुओं के उपयोग के बजाय उत्पादन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।राजनीति और नेताओं को लेकर मुनि ने कहा कि जिस तरह सरकारी कर्मचारियों की सेवा निवृत्ति की आयु तय होती हैं,उसी तरह नेताओं के लिए भी आयु का प्रतिबंध तय हो कर युवाओं को मौका मिलना चाहिए।मुनि द्वारा चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त चीजों की घोषणा को भी गलत बताया।