दो गावों में नलों का गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण, नहीं सुन रहे है चंबल परियोजना वाले

शाहपुरा जागरूक- शाहपुरा उपखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत लसाडिया के मीणा की कोटडी व देवपुरी गाँव के ग्रामीण नलों में आने वाला चंबल का गंदा पानी विभाग की लापरवाही से पीने को मजबूर है। यह आरोप लगाते हुए सरपंच कांता देवी मंत्री ने बताया कि चम्बल परियोजना विभाग की लापरवाही के कारण सप्लाई में इतना गंदा पानी आ रहा है कि ग्रामीणों को अब हैंडपम्पों का फ्लोराइड युक्त पानी पीना पड़ रहा है।


सरपंच मंत्री ने प्रशासन को की शिकायत में बताया की विभागकर्मी ग्राम पंचायत की बिना सलाह, परामर्श के गांव में आड़ी तिरछी पाइप लाइने बिछाने से क्षेत्र में जलापूर्ति बिगड़ी हुई है। नलों में पानी का प्रेशर पूरा नही होने से ग्रामीण पानी को तरस रहे है जबकि चम्बल विभाग गाँव गाँव मे पानी पहुंचाने का दावा कर रहे है जो सही नही है। नल उपभोक्ता से 2-2हजार रुपये लेने के बाद भी ऐसी गर्मी में ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा नही मिल पा रहा है। साथ ही नलों में आरहे गंदा पानी पीने को ग्रामीण मजबूर है।  
शिकायत में ग्रामीणों ने यह भी बताया कि नलों में पानी का प्रेशर कम आने तथा गन्दे पानी आने की शिकायत पर चम्बल परियोजना के अधिकारियों को कई बार करने पर समस्या का समाधान नही निकला।


सरपंच का जीना हुआ हराम-  सरपंच मंत्री ने कहा कि पंचायत क्षेत्र के गांवों में पानी की इस समस्याओं स्थाई समाधान नही होने से ग्रामीणों ने सरपंच का जीना हराम कर रखा है। ग्रामीण घर के बाहर जमा होकर प्रदर्शन कर नारेबाजी करते है। ग्रामीणों की शिकायत सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को करने पर भी शिकायत पर ध्यान नही देने से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। 

इनका कहना है-
 गाँव में लाइन बिछाने से पूर्व सरपंच से सारी जानकारी ली जाती है। नलों में गंदा पानी की शिकायत को दिखवाते है। हिमांशु सिंह, अधिशाषी अभियंता, चम्बल परियोजना, शाहपुरा