प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट का बड़ा बयान, बताएं निजी विचार , बीजेपी व आर.एस.एस में अनुशासन, आर.एस.एस ने जो संगठनखड़ा किया उससे कांग्रेस को भी चाहिए सीखना, कांग्रेस में कुछ जगह नीचे के स्तर पर अनुशासन की है कभी , मैं भी रहा भुक्तभोगी

भीलवाड़ा जागरूक- प्रदेश के राजस्व मंत्री व भीलवाड़ा जिले के मांडल से विधायक रामलाल जाट आज भीलवाड़ा जिले के प्रवास पर है जहां कलेक्ट्रेट सभागार में डिस्टिक मिनिरल फाऊंडेशन ट्रस्ट की बैठक में शरीक होने के बाद राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने प्रेस से मुखातिब होते हुए हाल ही मे बीजेपी व r.s.s. में अनुशासन है इसलिए जीतते हैं जबकि कांग्रेस में कुछ जगह अनुशासन की कमी है ऐसा बयान दिया था । जो आज सुर्खियों में बना हुआ है। 

इस बयान को लेकर राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि r.s.s. ने जो कैडर खड़ा किया है कांग्रेस को भी उनसे सीखना चाहिए। यह मेरे व्यक्तिगत बयान है  मेरी पार्टी का बयान नहीं है । कांग्रेस का संगठन कुछ समय से व्यक्तिवाद हो चुका है इस वजह से हमें दिक्कत आई है।
 जिस तरह से हमारी पार्टी में ब्लॉक अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष व जिलाध्यक्ष जो मजबूती से काम कर रहे हैं, वहा हमारा संगठन मजबूत है। लेकिन फिर भी कुछ जगह कांग्रेस पार्टी में नीचे के लेवल पर अनुशासन में कमी आई है। यह मैं खुद स्वीकार करता हूं। क्योंकि मैं खुद भी व्यक्तिगत रूप से भुगतभोगी हूं । इसको सुधारने के लिए हमारे आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे प्रयास कर रहे हैं। राहुल गांधी सोनिया गांधी ने पद का त्याग कर अनुशासन की मिसाल पेश की है। उस मिसाल से हम नीचे के लोगों को भी सीखने की जरूरत है। राहुल गांधी ने पदयात्रा निकाली ।


वहीं इस बार के बजट में गहलोत सरकार ने काफी राहत दी है । जहा राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने अशोक गहलोत को गांधीवादी मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि गांधीवादी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है वही राहुल गांधी महात्मा गांधी के पद चिन्हों पर चल रहे हैं । साथ ही सोनिया गांधी त्याग की मूर्ति है व और हमारे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे अनुशासन की एक मिसाल है । उन चीजों को सीखते हुए हैं। हम नीचे के कार्यकर्ता सीखेंगे तो बहुत अच्छा अनुशासन रहेगा। जिससे हमारी सरकार भी रिपीट होने में दिक्कत नहीं आएगी । कहीं बार चुनाव के समय हमारे निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में रहते हैं उस समय कई बार हमारे मंत्री, विधायक, पूर्व मंत्री व पूर्व विधायक कुछ ऐसे बयान दे देते हैं जिससे हमारा संगठन जो काम करता है लेकिन ऐसे बयान आने के बाद जिससे हम वापिस पीछे चले जाते हैं । ऐसे में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने मेवाड़ी कहावत कहते हुए कहा कि " दो हाथ पाल पानी की बाधते हैं तो 4 हाथ पीछे गिरा देते हैं"

 वही कुछ लोग काग्रेस के केंद्रीय संगठन की तो तारीफ करते हैं लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री की तारीफ नहीं करते हैं उस सवाल को लेकर राजस्व मंत्री ने कहा कि सीधे-सीधे कांग्रेसका आलाकमान पार्टी में जो निर्णय करता है वह सभी के लिए स्वीकार्य होता है। कई नेता जो कांग्रेस आलाकमान की तारीफ के बयान देते हैं नीचे राजस्थान लेवल पर खिलाफ बयान देते हैं उससे पार्टी नीचे जाती है कांग्रेश आलाकमान ने निर्णय किया कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रहेगे फिर प्रश्न ही नहीं उठता है । फिर भी बार-बार ऐसे बयान सामने आते है इसलिए मैंने ऐसा बयान दिया है।  कांग्रेस आलाकमान ने सीएम गहलोत का निर्णय ले रखा है तो हम उन को मानते हैं उसमें कोई प्रश्न ही नहीं उठना चाहिए ।


वही भीलवाड़ा को संभाग बनाने को लेकर राजस्व मंत्री जाट ने कहा की हमारे यहां शाहपुरा जिला बनने के पहले हमारी मुख्यमंत्री से चर्चा हुई थी। संभाग को लेकर हमने बीज निगम के अध्यक्ष धीरज के साथ मुख्यमंत्री से चर्चा की है जब भी मौका मिलेगा तो भीलवाड़ा की भौगोलिक  प्रस्तिति, प्रशासनिक आवश्यकता व परस्पर लोगों की मांग के आधार पर निर्णय होता है हमने भीलवाड़ा को संभाग बनाने को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की है  वही शाहपुरा जिला बनाने पर भी धन्यवाद दिया है । भौगोलिक फीजिबलिटी को देखते हुए हमें यहां लग रहा है की संभाग बनना चाहिये।