शाहपुरा में राजनीतिक चेतना सम्मेलन का आयोजन राजपूत समाज ने भरी हुंकार, प्रतिनिधित्व नहीं तो सिखाएंगे सबक भाजपा व कांग्रेस को आने वाले समय में सबक सिखाना होगा-पलाड़ा

शाहपुरा- (मूलचन्द पेसवानी)शाहपुरा के राजपूत छात्रावास में रविवार को मेवाड़ क्षत्रिय समाज शाहपुरा की ओर से राजनीतिक चेतना सम्मेलन का आयोजन किया गया। शाहपुरा में हुए इस पहले आयोजन में भीलवाड़ा जिले के राजपूत सरदारों ने उत्साह के साथ भाग लिया। पहली बार इस सम्मेलन में समाज की महिलाओं ने भी भागीदारी निभाई। इस दौरान समाज के लोगों ने केकड़ी चौराहे से राजपूत छात्रावास तक विशाल वाहन रैली निकालकर भी अपना शक्ति प्रदर्शन किया। रैली में राजपूत समाज के प्रखर नेता भंवर सिंह पलाड़ा व अन्य समाज के प्रतिनिधि खुली जीप में सवार थे‌ और समाज के युवा अपने दुपहिया व चौपहिया वाहनों पर सवार होकर नारेबाजी करते हुए चल रहे थे‌। विधानसभा चुनाव से पहले समाज के इस शक्ति प्रदर्शन की चर्चा दिनभर शहर व आसपास के क्षेत्र में रही।

सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि राजपूत समाज के प्रखर नेता और खो-खो संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भंवर सिंह पलाड़ा ने संबोधित किया। पलाड़ा ने राजपूत समाज के लोगों से आह्वान किया कि भाजपा व कांग्रेस आने वाले समय में भीलवाड़ा जिले में समाज को कहीं भी प्रतिनिधित्व नहीं देता है, तो समाज को सबक सिखाने के लिए तैयार रहना होगा। लोकतंत्र के इस दौर में अपने चेहरे गिनाने आवश्यक हैं। राजपूत समाज को समय-समय पर अपना प्रदर्शन करके राजनीतिक भागीदारी के लिए प्रयास करते रहना चाहिए।
राजपूत समाज के छात्रावास में मेवाड़ क्षत्रिय समाज के राजनीतिक चेतना सम्मेलन की अध्यक्षता शाहपुरा के पूर्व उप प्रधान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह राणावत ने की। समारोह के मुख्य अतिथि राजपूत समाज के प्रखर नेता भंवर सिंह पलाड़ा थे। विशिष्ट अतिथियों के रूप में करणी सेना के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विश्व बंधु सिंह राठौड़, शाहपुरा राज परिवार के मुखिया जय सिंह, हुरड़ा पंचायत समिति के प्रधान कृष्ण सिंह राठौड़, नगर पालिका शाहपुरा के अधिशासी अधिकारी भानु प्रताप सिंह, रिर्टायड एएसपी सत्येंद्र सिंह राणावत के अलावा जिले के कई सरदार मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि भंवर सिंह पलाड़ा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राजपूत समाज को भीलवाड़ा जिले में भाजपा व कांग्रेस ने कोई राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं दिया है। ऐसे में अब दोनों ही दलों को आने वाले समय में सबक सिखाने का समय आ चुका है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक भागीदारी न मिलने पर समाज को राजनीतिक चेतना जागृत करते हुए लोकतंत्र में चेहरे गिनाने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भीलवाड़ा जिले में एक भी राजपूत को विधानसभा क्षेत्र या लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी नहीं बनाया जाना समाज की समझ से परे है। जो राजनीतिक दल आने वाले चुनाव में समाज को भागीदारी देगा समाज उसी दल के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि मेवाड़ में राजपूती शान आज भी स्वाभिमान की तरह जागृत अवस्था में है। राजपूत सरदारों को इस राजनीतिक चेतना सम्मेलन के माध्यम से गांव-गांव में अलग जगानी होगी। उन्होंने अजमेर जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके द्वारा किए गए राजनीतिक प्रयासों का परिणाम है कि आज अजमेर जिले में राजपूत समाज को भागीदारी मिलने लगी। उन्होंने कहा कि मेवाड़ की अलख पूरे राजस्थान में जानी चाहिए।
करणी सेना के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विश्व बंधु सिंह राठौड़ ने कहा कि समाज को अपनी एकता तो दिखानी ही चाहिए। हम सबको मिलकर एक वोट बैंक के रूप में चुनावी समय में जागृत अवस्था में रहना होगा। बिना वोट बैंक के राजनीतिक दल समाज को भागीदार नहीं बनाते है।ं उन्होंने राजपूत समाज के युवाओं से इस दिशा में आगे आने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष शाहपुरा के पूर्व उप प्रधान गजराज सिंह राणावत ने कहा कि राजपूत समाज को आगे आकर क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए काम करना चाहिए। समाज का कोई भी अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद है तो अधिकार पूर्वक उस के माध्यम से काम कराना होगा तभी राजनीतिक ताकत का एहसास होगा। उन्होंने कहा कि यह सही है कि राजपूत स्वाभिमान का पर्याय है परंतु कई स्थानों पर समाज याचक के रूप में खड़ा हो जाता है तो यह सोचनीय है।ं समाज को जितना देना आता है उतना लेना भी चाहिए।
अतिथियों का मेवाड़ क्षत्रिय समाज की ओर से गोवर्धन सिंह राणावत, सावत सिंह, सरपंच भगवत सिंह, बलवंत सिंह, जय सिंह, रिटायर्ड एडिशनल एसपी सत्येंद्र सिंह राणावत, तेजेंद्र सिंह नरूका, भगवत सिंह, रतन भंवर सिंह खंगारोत, जगपाल सिंह, लक्ष्मण सिंह, कल्याण सिंह, सहित समाज के अन्य लोगों ने साफा बंधा कर तिलक लगाकर स्वागत किया।