स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केन्द्र द्वारा आयोजित दो दिवसीय संवाद कार्यक्रम का समापन शिक्षा के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों का अंत संभव- राजस्व मंत्री मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना के अन्तर्गत 40 दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरण

भीलवाड़ा- गैर सरकारी संगठन, ट्रस्ट, सोसायटी, फाउण्डेशन व स्वैच्छिक क्षेत्र संस्थाओं से जुड़े विषयों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं एवं जिला प्रशासन के मध्य दो दिवसीय संवाद कार्यक्रम का समापन गुरूवार को नगर परिषद टाउनहॉल में हुआ। संवाद कार्यक्रम में राजस्व मंत्री रामलाल जाट, स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र अध्यक्ष  मुमताज मसीह, सहाड़ा विधायक गायत्री देवी एवं जिला कलक्टर आशीष मोदी एवं अतिथि मौजूद रहे।

संवाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने संबोधन के दौरान कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशानुरूप समाज के उत्थान के लिए कार्य करने वाली सामाजिक संस्थाएं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाएं जन-जन तक पहुंचायें। बाल विवाह एवं अन्य कुरुतियो के संबंध में राजस्व मंत्री जाट ने संवाद के दौरान कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही समाज में फैली कुरीतियों का अंत संभव है। उन्होंने एनजीओ और स्वयंसेवी संस्थाओं से आह्वान किया कि वे सामाजिक कुरीतियों के रोकथाम के लिए आमजन में जागरूकता फैलाए।

राज्य सरकार द्वारा वंचित वर्ग के उत्थान के लिए चिकित्सा, शिक्षा एवं विभिन्न क्षेत्रों में जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से निरंतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है। नए राजकीय विद्यालय खोलने के साथ पुराने विद्यालयों को क्रमोन्नत किया जा रहा है। ग्रामीण अंचलों में नए बालिका महाविद्यालय खोले जा रहे है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाली संस्थाओं को बढ़ावा देने और ग्रेडिंग करने की भी बात कही। श्री जाट ने 24 अप्रैल से आयोजित होने वाले महंगाई राहत कैंपों में भी अधिक से अधिक लोगों को रजिस्ट्रेशन करवाकर लाभ प्राप्त करने की बात कही।

स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केन्द्र के अध्यक्ष  मुमताज मसीह ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में कामयाबी का मूल मंत्र सेवा है। इसी भाव को आत्मसात करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केन्द्र की स्थापना की। जिसका उद्देश्य जरूरतमंद, वंचित एवं पात्र व्यक्तियों को राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाते हुए सेवा करना है। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केन्द्र में अधिक से अधिक स्वयं सेवी संस्थाएं अपना पंजीकरण करवाएं और जनसेवा के इस महत्वपूर्ण कार्य में अपनी भागीदारी निभाएं।

इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की सहायक निदेशक नागेन्द्र तोलंबिया,  श्रम विभाग की योजनाओं की जानकारी मुकेश कुमार,  शिक्षा विभाग की योजनाओं की जानकारी एडीपीसी योगेश पारीक ने दी। इस दौरान दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने वाले विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों एवं सदस्यों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।

*दिव्यांगजनों को स्कूटी का वितरण*

संवाद कार्यक्रम के दौरान राजस्व मंत्री  रामलाल जाट, स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केन्द्र अध्यक्ष  मुमताज मसीह, विधायक  गायत्री देवी, जिला कलक्टर आशीष मोदी एवं अतिथियों द्वारा मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना के अन्तर्गत 40 दिव्यांग जनों को स्कूटी का वितरण भी किया गया। स्कूटी पाकर दिव्यांगों के चेहरे खिल उठे। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा चलने-फिरने में असमर्थ विशेष योग्यजनों को अध्ययन एवं रोजगार में गतिशीलता वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना 2022 की घोषणा की गयी थी।

इस दौरान स्वेच्छिक़ क्षेत्र विकास केंद्र मनोनीत सदस्य सत्यनारायण मंगरोरा,  पंकज दाधीच, सीईओ हरीश चंद्र शर्मा, विशेष सलाहकार संजय गौड़, पूर्व विधायक  विवेक धाकड़,  अनिल डांगी एवं एनजीओ एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्य उपस्थित रहे।