मालासेरी डूंगरी - एमबीसी वर्ग के आरक्षण आंदोलन के अगुआ नेता स्वर्गीय किरोड़ी सिंह बैंसला को मालासेरी डूंगरी मंदिर परिसर में पुजारी हेमराज पोसवाल और सैकडो श्रद्धालुओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि दे कर याद किया। इस अवसर पर शंकर लाल गुर्जर (osd कर्नाटक राज्यपाल) ने स्वर्गीय कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुए बताया कि समस्त एमबीसी वर्ग के उद्धार कर्ता के रूप में कर्नल ने सामाजिक न्याय की लड़ाई के लिए अपना सेवानिवृति के बाद का जीवन अर्पित कर दिया। पूर्व विधायक प्रत्याशी मनसुख सिंह गुर्जर ने कर्नल के जीवन संघर्ष को याद करते हुए कहा कि कर्नल साहब एमबीसी वर्ग की शिक्षा और महिला शिक्षा को अनिवार्य बताया था। गुर्जर ने बताया कि संपूर्ण एमबीसी वर्ग को अधिकारों के प्रति चेतना प्रदान कर जनजागरण के अग्रदूत के रूप में काम किया है। पुजारी हेमराज पोसवाल ने कर्नल के जीवन आदर्शों और आंदोलन के नेतृत्व कर्ता के रूप में एमबीसी समाज को सशक्त किया जिसके लिए पीढियां ऋणी रहेंगी। पुजारी ने कर्नल के सैन्य जीवन को याद करते हुए युवाओं को देश सेवा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले प्रेरणा स्रोत के रूप में बैंसला के जीवन से प्रेरित होने का आव्हान किया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने पुष्प अर्पित कर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के जयकारे लगाए। उपस्थित जनसमूह ने कर्नल के बताए मार्ग पर चलने का प्रण लिया । इंजिनियर सवाईसिंह ने सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन में कर्नल के क्रांतिकारी व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। अपने उद्बोधन में बताया कि आरक्षण आंदोलन में शहीदों को हमें नहीं भूलना चाहिए। उनके बलिदान से ही हमारी पीढ़ियों को अधिकार मिले हैं। इस अवसर पर भगवान देवनारायण जन्म स्थली विकास समिति मालासेरी डूंगरी के अध्यक्ष जयदेव चाड,संभू लाल ,हरजीराम ,दूदाराम, सुखदेव पोसवाल , गासीलाल, फोजमल गुर्जर रामपुरिया,घिसू लाल पोसवाल कालू गुर्जर नंद लाल पटवारी कानाखेड़ा,जीवन पडियार ,प्रभु फागना,प्रभु चाड ,महादेव चाड,मेवाराम तेडवा,देवी लाल चौहान, संवारा मोखमपुरा,कल्याण गुर्जर ,रूगनाथ पडियार, पिंटू दास,हंसराज गुर्जर , आदि उपस्थित थे।
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